कॉम्प्लिकेटेड हो गई है जिन्दगी : Complicated Zindagi
इसमें मेरा चिन्तन यह हैं कि जिन्दगी को पेचीदा ( Complicated ) किसने बनाया है ? इसके जिम्मेदार कौन हैं ? आदि – आदि इसका उतर होगा हम स्वयं क्योंकि हमने देखा – देखी में वह और में आदि अपनी जो मूल सभ्यता ,संस्कार, आचरण आदि है उसको दूर – दूर तक छोड़ दिया है।…