इदम न मम : भाग-1

ADVERTISEMENT सुख और संतोष का मूल आकांक्षाओं की उपेक्षा है क्योंकि आकाश के समान अनंत इच्छाएं, ख्वाहिशें, अरमान कभी भी … Continue reading इदम न मम : भाग-1