कभी दिहाड़ी मजदूरी करने वाली यह आदिवासी महिला अब है मशरूप कि खेती की ट्रेनर

कभी दिहाड़ी मजदूरी करने वाली यह आदिवासी महिला अब है मशरूप कि खेती की ट्रेनर

उत्तरी दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल की रहने वाली है Susheela Tudu। सुशीला के पास बिकल्प था की वो स्थानीय चाय बागानों में काम एक दिहाड़ी मजदूर के रूप में करे लेकिन ये उनको पसंद नहीं थ। ये हार न मानने का जज़्बा ही था की आज वो मशरूम की खेती की ट्रेनिंग देने वाली मास्टर ट्रेनर…