एक रिपोर्ट में बताया गया है कि हर साल करीब एक लाख 70 हजार पेंसिल बनाने के लिए एक पेड़ काटा जाता है। लकड़ी से पेंसिल बनाने के लिए पेड़ की जरूरत होती है।
लेकिन पर्यावरण पर इसका असर पड़ता पड़ता है। इस स्टार्टअप के जरिए इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है,जिसमें पेंसिल बनाने के लिए पेड़ों की कटाई को रोका जा सकता है।
Kampioen work private limited स्टार्टअप रिसायकल पेपर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इस स्टार्टअप से दुनिया भर में पेड़ों की कटाई को रोकने में काम कर सकता है।
स्टार्टअप के लिए छोड़ी अच्छी नौकरी –
पेंसिल बनाने के लिए स्टार्टअप शुरू करने के लिए निवेदिता मित्रा ने अभी नौकरी छोड़ दी है। वह पेंसिल बनाने के लिए पुराने अखबार का इस्तेमाल कर रही हैं।
निवेदिता पेशे से इंजीनियर थी। कोरोना वायरस के दौरान नौकरी छोड़ दी और इस विश्वास के साथ शुरू किया की सफल होगी।
निवेदिता इंजीनियर से सोशल एंटरप्रेन्योर बनने के इरादे से एक ऐसे स्टार्टअप का गठन कर रहे हैं। जो पारंपरिक लकड़ी के बजाय रिसाइकल पेपर से पेंसिल बनाने का काम करेंगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद पहुंचाई जा सके।
द लॉजिकल से निवेदिता ने बताया महामारी के दौरान उन्हें ऐसा स्टार्टअप को शुरू करने का फैसला किया। उस समय उनके पास संसाधनों की कमी थी। लेकिन उनके हौसले बुलंद थे।
रिसाइकिल पेपर से पैंसिल –
Kampioen work private limited नाम का यह स्टार्टअप 100% रीसायकल पेपर का इस्तेमाल करके आज पेंसिल बना रहा है। पेंसिल सभी आयु वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर डिजाइन की जा रही है, फिर इसकी एक पैक में 12 पेंसिल आती है जिसकी कीमत ₹252 प्रति पैकेट रखा गया है ।
इस स्टार्टअप में प्रोडक्शन का काम अभी थर्ड पार्टी के जरिए कराया जा रहा है लेकिन जल्द ही इसे खुद किया जाएगा निवेदिता अभी इस समय हम सभी पहलुओं जैसे पैकेज और मार्केटिंग पर ध्यान दे रहे हैं।
प्रोडक्ट का चुनाव करने के लिए निवेदिता नहीं काफी रीसर्च किया उसके बाद उन्होंने डिसाइड किया कि पेपर पेंसिल के निर्माण के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे ।
निवेदिता के अनुसार लोगों को अभी पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उसके बचाव के लिए इको फ्रेंडली संसाधनों से जोड़ने की जरूरत है
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर उपलब्ध इस स्टार्टअप की खास पेंसिल ज्योति पेपर को रिसाइटिड करके बनाई गई है इकॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन पर भी उपलब्ध हो गया है। पेंसिल की पैकेजिंग एक बेलनाकार बॉक्स में की जाती है जिसे व्हाट्सएप बबल का नाम दिया गया है ।
स्टार्टअप के इको फ्रेंडली प्रोडक्ट का निर्माण कर रहा है जिससे पर्यावरण संरक्षण की वकालत करने वाले जाने माने सेलेब्रिटी भी सामने आ रहे हैं और उनके प्रोडक्ट की मांग कर रहे हैं ।
कुछ रिपोर्ट में बताया गया है कि हर साल विश्व भर में हजारो पेड़ों की कटाई की जाती है इन पेड़ों को कटने का सीधा असर वन्यजीव ग्लेशियर और पर्यावरण पर ही देखने को मिलता है