भारत की सबसे कठिन परीक्षा यानी कि संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा अर्थात इस परीक्षा का आयोजन हर वर्ष किया जाता है साथ ही साथ इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए हर साल लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने निपुण अभ्यार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं साथ ही साथ इस परीक्षा में अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।
देश की कठिन परीक्षा को पास करने के लिए सभी अभ्यार्थी मेहनत और कड़ी लगन के साथ प्रयास करते हैं अर्थात कोचिंग सेल्फ स्टडी और इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को निपुण बनाते हैं। साथ ही साथ इस परीक्षा में सभी विद्यार्थियों का मुख्य मोटिवेशन आईएएस अफसर बनना होता है ।
कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थियों में कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो प्रथम प्रयास में सक्षम हो जाते हैं और देश के अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से हार मान लेते हैं परंतु इसके विपरीत कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो लगातार असफलताओं से सीख लेकर सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
कुछ इन्हीं प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है जयंत नहाता , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि जयंत ने लगातार दो बार सफलता हासिल करने के बाद अपने तीसरे प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 56 वीं रैंक हासिल की है ।
परिचय
जयंत नहाता मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं अर्थात इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली से ही पूरी की है , इसके पास जयंत ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी बीटेक और एमटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद डिग्री हासिल की है अर्थात इन्होंने बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी थी , और कुछ समय बाद ही जयंत नहाता ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता भी हासिल कर ली थी ।
रणनीति द्वारा हासिल की सफलता
जयंत ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए अपने बेस को मजबूत किया और साथ ही साथ एनसीईआरटी की किताबों को सबसे अधिक पढ़ा और जनरल नॉलेज को बढ़ाने के लिए रोजाना न्यूज़पेपर का सहारा लिया , इस दौरान ही जयंत नहाता ने अपनी यूपीएससी परीक्षा की रणनीति को अपनाया और सफलता हासिल करने का प्रयत्न किया ।
असफलता से सीख लेकर हासिल की सफलता
जानकारी के लिए आप सभी को बता दी कि जयंत ने अपनी यूपीएससी की तैयारी पूरी करने के लिए यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय किया इस दौरान वह अपने पहले प्रयास में असमर्थ रहे परंतु उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और असफलता से सीख लेकर एक बार फिर से प्रयास करने का निश्चय किया इस वक्त अपने दूसरे प्रयास में जयंत ने सफलता तो हासिल कर ली थी परंतु उन्हें ऑल ओवर इंडिया में 298 रैंक हासिल हुई थी अर्थात वह अपने रैंक से संतुष्ट नहीं थे इसलिए उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय किया ।
परंतु जयंत ने हार नहीं मानी और एक बार फिर से अपने हौसले को बुलंद करके यूपीएससी परीक्षा देने का मन बनाया इस दौरान अपने तीसरे प्रयास में अपनी रणनीति के बल पर जयंत ने वर्ष 2020 भारत द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 56वीं रैंक हासिल करके अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया ।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह
अन्य अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए जयंत कहते हैं कि अभ्यार्थियों को यूपीएससी की परीक्षा में अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बनाए रखना चाहिए साथ ही साथ रणनीति को मजबूत बनाकर रोजाना रिवीजन जरूर करें और बेस को मजबूत करने के बाद जनरल नॉलेज पर अधिक फोकस करें ।