आज हम आपको एक ऐसी सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जिससे आप प्रेरित होकर अपने जीवन में भी सफलता हासिल करने का प्रयास करेंगे, बड़े बुजुर्ग कह कर गए हैं कि जीवन में सफल होने के लिए अपने लक्ष्य को तय करने के बाद धैर्य और खुद पर भरोसा रखना काफी जरूरी है ।
ऐसा माना जाता है कि हर एक व्यक्ति अपने जीवन में सफलता को हासिल नहीं कर पाता है परंतु कई व्यक्ति ऐसे होते हैं जो अपने जीवन में लक्ष्य को निर्धारित करने के बाद धैर्य और लगन के साथ प्रयास करते हैं और सफलता को हासिल करने का प्रयास करते हैं ।
आज हम आपको एक ऐसे ही सफल शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं, यह कहानी है एक ऑटो ड्राइवर की जो खेती करके काफी अधिक मुनाफा कमा रहा है, सुनने में तो काफी हैरान लगता है कि खेती करके करोड़ों का मुनाफा कमाना इतना आसान नहीं है परंतु इस ऑटो ड्राइवर ने इस बात को सच करके दिखाया है और खेती से करोड़ों का मुनाफा अर्जित किया है ।
आज हम बात करने वाले हैं ऑटो ड्राइवर अमर सिंह के बारे में, जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अमर सिंह मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं, असल में अमर सिंह एक ऑटो ड्राइवर है, परंतु इसके साथ ही साथ अमर सिंह के पास काफी पुरानी एक जमीन का टुकड़ा था जिस पर उन्होंने कई वर्ष पहले केवल 1200 की लागत लगाकर आंवला के पौधे को लगाया था।
परंतु इस बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा कि आज यही 60 आंवले के पौधे उन्हें करोड़ों का मुनाफा कमा कर दे रहे हैं परंतु यह सच है कि वर्षों पहले अमर सिंह द्वारा जमीन के टुकड़े पर आंवले के लगाए गए पौधे आज उन्हें इतनी अधिक पैदावार दे रहे हैं कि आज वह करोड़ों का मुनाफा कमा ले रहे हैं , भरोसा करना तो मुश्किल है कि टुकड़े जमीन में इतनी अधिक पैदावार से अमर सिंह करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं परंतु यह कोई कहानी नहीं बल्कि सफलता की सच्चाई है ।
आज अमर सिंह के इस कारनामे से सब कोई हैरान रहता है ,जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अमर सिंह के परिवार का पैतृक व्यवसाय खेती था, और यही कारण है कि अमर सिंह के पास एक टुकड़ा जमीन थी। बातचीत के दौरान अमर सिंह बताते हैं कि खेती से ही परिवार का खर्च चलता था परंतु 1971 में उनके पिता का देहांत हो गया था।
हालांकि अमर सिंह कहते हैं कि उस समय खेती करने से उतना अधिक लाभ नहीं होता था इस कारण घर की आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए मैंने ऑटो ड्राइवर के रूप में ऑटो चलाना शुरु किया , परंतु इस काम में अमर सिंह का मन नहीं रूझा रहा था इसलिए वह अपने ससुराल गुजरात के अहमदाबाद चले गए और वहां पर एक दिन उन्हें रास्ते पर एक अखबार मिला जिसमें आंवला की खेती की जानकारी दी हुई थी।
अमर सिंह कहते हैं कि अखबार को पढ़ते-पढ़ते मैंने आंवले की खेती की सारी जानकारी पढ़ ली और इस सारी जानकारी को हासिल करने के बाद मैंने निश्चय किया कि अब मैं आंवले की खेती करूंगा , यही कारण था कि अमर सिंह ने अपनी 2 एकड़ जमीन में आंवला के 60 पौधे को रोप दिया अधिक लागत ना होने के कारण उन्होंने 1200 लागत में ही 60 आंवले के पौधे खरीदे और उसे रोप दिया जो आज इतनी अधिक पैदावार देते हैं कि अमर सिंह लाखों का मुनाफा कमाते हैं ।
अमर सिंह कहते हैं कि परिवार की आर्थिक स्थिति को चलाने के लिए ऑटो ड्राइवर का काम किया परंतु पिछले काफी वर्षों में जो 60 आंवले के पौधे लगाए थे आज वह इतनी अधिक पैदावार दे रहे हैं कि उस फसल को बेचकर और प्रोसेस करके कंपनियों को बेचने से करोड़ों का मुनाफा हो रहा है और आज अमर सिंह एक सफल और करोड़पति किसान में गिने जाते हैं ।