ADVERTISEMENT

बेटे की गिफ़्ट, पिताजी को : Bete ka Gift Pita ko

Bete ka Gift Pita ko
ADVERTISEMENT

आज के समय में हम देखते है बेटे बड़े होकर अपने पिता को अपने हिसाब से अच्छे से अच्छा उपहार देते है लेकिन बेटे यह क्यों भूल जाते है कि माँ – बाप को आपके द्वारा कीमती वस्तुओं से अच्छा उपहार उनके साथ में समय देना होता है ।

विशेष सौभाग्यशाली व गौरवान्वित होने की बात है,जिस घर में बुजुर्ग होते हैं, वो घर पूरी तरह सुरक्षित रहता है। बड़ों का तो घर में होना ही बहुत बड़ा सुरक्षा कवच होता है, निर्भयता होती है उस घर में।

ADVERTISEMENT

किस्मत वाले होते हैं वे लोग जिनके सिर पर बुजुर्गों का हाथ होता है । कहने को सभी से यही सुनते आ रहे हैं, पर फिर भी समाज में बुजुर्ग आज के समय में एकांकी रहने को विवश है।

क्योंकि आज बच्चे अलग अलग शहरों में जीविका के कारण रह रहे हैं और दुनिया देख चुके अपने बड़े बुजुर्गों को दरकिनार कर आजकल के युवा अपने नए सोच से अपनी जिंदगी को सॅंवारना चाहते हैं परंतु उन्हें यह सोचना होगा कि वे भी इस अवस्था में जरूर आएंगे, तब उनके बच्चे भी आजादी चाहेंगे, वे भी उन्हें अपने परिवार में देखना पसंद नहीं करेंगे, क्योंकि वह बचपन से ही यही देखते आ रहे हैं।

युवाओं को अपना थोड़ा समय निकालना होगा और अपने बुजुर्गों को सम्मान देना होगा आखिर वे आज जो कुछ भी है अपने बुजुर्गों के कारण ही है।

साथ ही बुजुर्गों को भी आज के समय आज का समय और परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के विषय में सकारात्मक रुख अपनाना होगा।

हमें अपने एक स्वस्थ और मजबूत समाज की रचना के लिए अपने बुजुर्गों के मार्गदर्शन की आवश्यकता हमेशा रहेगी ।सही मायने में समय रूपी उपहार ही बेटे की गिफ़्ट पिताजी को होता है ।

प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)

यह भी पढ़ें :-

वाह रे मनुज : Vaah re Manuj

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *