आइए जानते हैं फूलों के शौकीन इस बिहार के सिपाही के बारे में जिन्होंने अपने घर पर उग आए हैं 500 से भी अधिक किस्मों के सजावटी फुल

आइए जानते हैं फूलों के शौकीन इस बिहार के सिपाही के बारे में जिन्होंने अपने घर पर उग आए हैं 500 से भी अधिक किस्मों के सजावटी फुल

आज हम बात करने वाले बिहार के खगरिया के रहने वाले जितेंद्र कुमार के बारे में जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि जितेंद्र कुमार ने आर्मी से रिटायर होने के बाद गार्डनिंग को अपना शौक बना लिया और उस पर ही सबसे अधिक समय देना शुरू कर दिया । इतना ही नहीं…

आइए जानते हैं एक 68 साल के शख्स के बारे में जिन्होंने अपनी पुश्तैनी जमीन को जंगल में बदला लगाए हैं 5 करोड़ से अधिक पेड़

आइए जानते हैं एक 68 साल के शख्स के बारे में जिन्होंने अपनी पुश्तैनी जमीन को जंगल में बदला लगाए हैं 5 करोड़ से अधिक पेड़

आज हम बात करने वाले हैं दुशरला सत्यनारायण ( Dusharla Satyanarayana ) के बारे में , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि तेलंगाना के सूर्यपेट जिले के एक गांव में 70 एकड़ का एक जंगल है इस जंगल में 13 तालाब और  फलों से लदे हुए कई पेड़ है । इस पुश्तैनी…

180 किस्मों के 650 से ज्यादा पौधे लगा कर इस मरीन इंजीनियर ने एक सरकारी पार्क का कायाकल्प कर दिया

180 किस्मों के 650 से ज्यादा पौधे लगा कर इस मरीन इंजीनियर ने एक सरकारी पार्क का कायाकल्प कर दिया

आज हम बात करने वाले हैं जम्मू के रहने वाले 49 वर्षीय नवजीव डिगरा के बारे में, जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि नवजीव के पिता एक जियोलॉजिस्ट थे और इसी कारणवश बचपन से ही नवजीव को पेड़ पौधों से काफी अधिक लगाव था । बचपन में वह कई बार अपने पिता…

आइए जानते हैं 23 वर्ष के युवक के बारे  मैं जिसने समझा हरियाली का महत्व और महज 3 साल में उगा दिए 4‌ लाख से भी अधिक पेड़

आइए जानते हैं 23 वर्ष के युवक के बारे मैं जिसने समझा हरियाली का महत्व और महज 3 साल में उगा दिए 4‌ लाख से भी अधिक पेड़

आज हम बात करने वाले हैं विशाल श्रीवास्तव के बारे में,  विशाल श्रीवास्तव ने अपनी बीटेक की सेकंड ईयर की पढ़ाई के दौरान सूखे प्रभावित इलाकों का दौरा किया जिसके बाद उनकी जिंदगी में एक नई दिशा आ गई थी, और उस वक्त से वह एक संस्था के साथ जुड़ गए और तब से आज…

आइए जानते हैं महिला के बारे मे जिसने कंक्रीट के जंगलों में 3 हजार पेड़ पौधों से तैयार किया है मिनी हिल स्टेशन

आइए जानते हैं महिला के बारे मे जिसने कंक्रीट के जंगलों में 3 हजार पेड़ पौधों से तैयार किया है मिनी हिल स्टेशन

आज हम बात करने वाले हैं आलिया वसीम  के बारे , आलिया वसीन मूल रूप से नोएडा कोडईकनाल की रहने वाली है , आलिया ने अपने नोएडा के घर को एक मिनी हिल स्टेशन में बदल दिया है इसमें वह कई तरह के फल , फूल, पौधे उगाती है । 50 वर्षीय आलिया बताती है…

आइए जानते हैं रांची के एक ऐसे परिवार के बारे में जिन्होंने, घर मैं जगह ना होने पर रोड पर तैयार कर दिया गार्डन

आइए जानते हैं रांची के एक ऐसे परिवार के बारे में जिन्होंने, घर मैं जगह ना होने पर रोड पर तैयार कर दिया गार्डन

आज हम बात करने वाले हैं रांची के रहने वाले मनोज रंजन के बारे में , मनोज रंजन को बचपन से ही गार्डनिंग का काफी अधिक शौक था , परंतु जब मनोज रंजन की नौकरी लगी तो उनका पूरा परिवार रांची में आ गया और शहर के घर में पौधे लगाने की बिल्कुल भी जगह…

गुजरात का यह गांव है, पौधों के 1500 किस्मों का होलसेल मार्केट , 80% से अधिक लोग करते हैं यहां बिजनेस

गुजरात का यह गांव है, पौधों के 1500 किस्मों का होलसेल मार्केट , 80% से अधिक लोग करते हैं यहां बिजनेस

गुजरात के नवसारी जिले के दोलधा गांव के किसान लगातार नुकसान के कारण खेती छोड़ने पर मजबूर हो गए थे । परंतु आज यह गांव एक नर्सरी हब बन गया है जहां गुजरात महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों के लोग यहां से पौधों का आयात निर्यात करते हैं । जानकारी के लिए आप सभी को…

दो दोस्त मिलकर तैयार करते हैं , ऐसे घर जिसमें गर्मियों में ना जरूरत है AC की और ठंड में ना जरूरत हिटर की

दो दोस्त मिलकर तैयार करते हैं , ऐसे घर जिसमें गर्मियों में ना जरूरत है AC की और ठंड में ना जरूरत हिटर की

आज हम बात करने वाले हैं कर्नाटक के रहने वाले सात्विक एस और प्रदीप खंडेरी के बारे में,सात्विक एस और प्रदीप खंडेरी दोनों मिलकर “Suraksha Mudblock” नाम से एक कंपनी चलाते हैं, इस कंपनी के तहत इंटरलॉकिंग मड ब्रिक तकनीक का इस्तेमाल करके मिट्टी के घर बनाए जाते हैं, इस दौरान पर्यावरण को नुकसान भी…

आइए जानते हैं पटना के एक ऐसे घर के बारे में, जहां मिलेगा आपको गांव का एहसास, खेत ,तलाब ,गाय, मुर्गी ,खरगोश सब मिलेंगे यहां

आइए जानते हैं पटना के एक ऐसे घर के बारे में, जहां मिलेगा आपको गांव का एहसास, खेत ,तलाब ,गाय, मुर्गी ,खरगोश सब मिलेंगे यहां

पटना के रहने वाले राजेश कुमार 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए हिमाचल प्रदेश चले गए थे, परंतु इस दौरान घर , खेत, गांव, हरियाली और अपने दादा से जुड़ी यादों को अपने जहन में बनाए रखते थे , राजेश काफी समय से पटना में एक फार्म…