प्रकृति का स्वभाव है निस्वार्थ सेवा

प्रकृति का स्वभाव कितना सुन्दर हैं जो हमको निस्वार्थ सेवा देता है इसके विपरीत मानव का स्वभाव सदा हर काम …

करें हर परिस्थिति स्वीकार : Accept Every Situation

दिवंगत शासन श्री मुनि श्री पृथ्वीराजजी स्वामी ( श्रीडुंगरगढ़ ) मुझे बात के प्रसंग में बोलते थे कि प्रदीप जीवन …