हम रेल के उदाहरण से भी कर्तव्य को समझ सकते है – रेल रुक रुक कर चलती है वैसे ही …
प्रेरक विचार
कर्तव्य : भाग-1
हम अपने अपने कर्तव्यों को दिल से सही से निभाये। हमको अपने जीवन का ख्याल स्वयं ही रखना है। वह …
कैसे जिएं जिंदगी : How to Live Life
हम अपने जीवन में मनचाहे को भी स्वीकार करे तथा अनचाहे को भी स्वीकार करे । क्योंकि प्रवाहमान जीवन में …
ठिठुरती रातें : The Chilly Nights
जन्म से शैशव,बचपन, किशोर, युवा, प्रौढ़,और वृद्धावस्था ये सभी तो परिवर्तन की एक से एक घटित होने वाली अवस्था है …
समाज में शिक्षित और जागरूक होना पहला कदम
हमारे समाज में अधिकारों और कर्तव्यों का संतुलन जरूरी एक समाज के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए, अधिकारों …