कहते है कि जब मन में किसी बात को लेकर दुःख, तनाव आदि आता है तो हमारे धैर्य की परीक्षा …
प्रेरक विचार
मन प्रांगण क्यों कबाड़खाना बनाया जाता है
घर के आँगन में रोज सफाई होती है क्योंकि अगर सफाई नहीं होगी तो धूल-गर्द आदि आकर के अपना साम्राज्य …
अकल्पनीय शक्ति के स्रोत हैं शब्द
शब्दों की शक्ति कितनी होती है इसकी कल्पना भी हमारे लिए अकल्पनीय है क्योंकि शब्द अकल्पनीय शक्ति के स्रोत हैं …
दें सदा स्वस्थ सोच को आमंत्रण
हमारा जीवन हमारी सोच के इर्द – गिर्द ही रहता है । जैसे हमारे सोच-विचार होंगे वही हमारे कर्म-आधार होंगे …
समझें हमारा असली स्वरूप
प्राय:आदमी यही समझते हैं कि हम स्वयं हाड़-माँस का कलेवर हैं और कुछ नहीं जिसको भगवान ने साँस रूप का …