मुझे शासन श्री मुनि श्री पृथ्वीराजजी स्वामी ( श्रीडुंगरगढ़ ) किसी बात के प्रसंग में बोलते थे कि कभी किसी …
प्रेरक विचार
सज्जन पुरुष : Gentlemen
यह सच है कि हम मात्र एक मानव हैं इस विशाल संसार रूपी समन्दर में पर मत भूलो यह भी …
भूल स्वीकार : स्वस्थ संबंधों का आधार
भूल स्वीकार करना मानो हल्के हो जाना है । मानव की प्रकृति कही न कही भूल होने की रहती है …
घमंड किस बात का : Ghamand Kis Baat Ka
एक आदमी अकड़ कर अपने धन-वैभव की औक़ात में चूर-चूर हो कर घूम रहा था क्योंकि अपनी दौलत का मद …
क्या कहेंगे लोग : Kya Kahenge Log
आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है कि लोग क्या कहेंगे । लोग तो चढ़ते हुए को हँसते है …