आज के दिन कि भारत के इतिहास की ऐसी तारीख है जिस दिन दो महान नेता इस दुनिया में आए । सादगी व अहिंसक स्वतंत्रता आन्दोलन के कर्णधार हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानी मोहन दास करमचंद्र गांधी जिन्हें प्यार से हम बापू कहते हैं उनका आज जन्म दिन है ।
इसके साथ – साथ सहज सौम्य और शीतल स्वभाव लेकिन अद्वितीय साहस के प्रतीक देश के दूसरे प्रधानमंत्री जय जवान जय किसान के उद्घोषक सीधी-सादी वेश-भूषा के धारक तत्कालीन प्रधानमन्त्री लाल बहादुर शास्त्री का भी आज जन्मदिन है ।
मेरा भावों से शत – शत नमन उनको व उनकी देश प्रेम की भावनाओं को। हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा उद्घोषित स्वच्छता अभियान का भी आज दिन है ।
इस दृष्टि से देखे तो आज के दिन का कितना महत्व है । आज का दिन हमारे को कितनी प्रेरणा प्रदान कर रहा है । महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर में हुआ था ।
उनकी माता पुतली बाई जबकि पिता करमचंद गांधी थे । दक्षिण अफ्रीका में अपमान झेलने के बाद अंग्रेजों को भारत से वापिस भेजने के लिए गांधीजी ने चंपारण सत्याग्रह से अपने आंदोलन का बिगुल फूंका ।
देश के तीन बड़े आंदोलनों असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ों आंदोलन के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए उन्होने विवश किया ।
वहीं स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभानेवाले और पंडित नेहरू के बाद देश की बागडोर संभालने वाले लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर 1904 को हुआ था ।हर साल दो अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस मनाया जाता है ।
गांधी जयंती भारत में महात्मा गांधी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला एक कार्यक्रम है जो प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को मनाया जाता है ।
गाँधीजी का जीवन अहिंसा का जीवन्त उदाहरण था । आपका जीवन सादा था और विचारमय उच्च निस्पृह थे । आपने कभी भी स्वाभिमान को नहीं छोड़ा व पद-प्रतिष्ठा का भाव कभी भी नहीं जागा। “हे राम “ शब्दों सह आपने जीवन त्यागा।
हे शान्ति दूत, आपके सादा जीवन से हम सब अभिभूत हैं । हे युग पुरुष ! सदा -सदा के लिए आपका नाम अमर रहेगा । आज आपको जन्म जयंती पर शत ! शत ! प्रणाम करते हैं ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़ )
यह भी पढ़ें :