मानकर सकारात्मकता से जीवन को हम चलाएं तभी जीवन खुद खूबसूरत बन जाएगा | हमें अब यह समझना होगा की सच में स्वास्थ्य धन है। HEALTH IS WEALTH Its realated to mind body soul spirit emotion feeling thoughts and yes our progaming of our lifestyle इसलिए गपसप व थोड़ी मौज मस्ती आदि – आदि सेहत के लिए खूब अच्छे रहे ।
हम मन को बच्चे बनकर कुछ देर के लिए तनिक हल्का कर ले ।उत्तम स्वास्थ्य-शांतिपूर्ण -शुद्ध हवा आदि से जीवन सुगम्य रहता हैं। स्वास्थ्य की स्वस्थता सर्वोपरि है अत: सेहत के नियमों का पालन सबसे पहले ज़रूरी है।
हम पशु-पक्षियों की दिनचर्या-खाद्य चर्या को देखकर सीख सकते हैं कि उनके रोग यदा कदा जीवन में कभी भी नहीं आता हैं । वे सभी समय निशा चर नहीं होते हैं । सूर्यास्त के उपरांत वे कभी भी नहीं खाते हैं इसलिए सदैव रोगमुक्त रहते हैं ।
यही स्वस्थ जीवन का सूत्र उत्तम है जिससे रोगों को फिर आमंत्रण नहीं होता है क्योंकि सूर्य में वो शक्ति है जो हमारी पाचन शक्ति को तंदुरुस्त रखती है व कई रोगों से हमें मुक्त करती है । हम भले मनुष्य और बुद्धिजीवी हैं पर नियम पालना में संयमी कभी भी क़तई नहीं हैं ।
हम मानव ने बुद्धिमान होकर भी अपनी सेहत की अवहेलना कर सदा अपनी लापरवाही दिखाई है जबकि अन्य प्राणी इस मामले में कभी भी ढिलाई नहीं करते हैं । वे सही से अमोल स्वास्थ्य का मोल समझते हैं ।हमको आवश्यकता है इस और ध्यान देने की यही हमारे लिए काम्य हैं ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)
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