जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत की संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है, साथ ही साथ इस कठिन परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यार्थी अपने सपने को पूरा करने की उम्मीद से हिस्सा लेते हैं , इस कठिन परीक्षा में अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं
कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए हर अभयार्थी कड़ी मेहनत और लगन के साथ कोचिंग तो कई सेल्फ स्टडी का सहारा लेकर खुद को निपुण करने का प्रयास करते हैं साथ ही साथ इस परीक्षा में हिस्सा लेने वाले सभी अभ्यर्थियों का मेन मोटिवेशन आईएएस अफसर बनने का होता है।
इस परीक्षा में हिस्सा लेने वाले कई अभ्यार्थी ऐसे होते हैं जो खुद को कड़ी मेहनत और लगन के साथ निपुण करते हैं और अपने पहले प्रयास में ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं साथ ही साथ कई अभ्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से हार मान लेते हैं इसके ठीक विपरीत कई विद्यार्थी ऐसे आते हैं जो लगातार असफलताओं से हार नहीं मानते अपने हौसले को बुलंद करके लगातार सफलता को हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
आज हम कुछ इसी प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक अनुपमा अंजलि के बारे में बात करने वाले हैं , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अनुपमा अंजली उन अभ्यर्थियों में से एक है जिन्होंने अपनी पहली असफलता के बाद असफलता से सीख लेकर सफलता हासिल करने का प्रयत्न किया और अपने दूसरे प्रयास में वर्ष 2018 में भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा में 386 रैंक हासिल की है।
अनुपमा अंजलि के पिता है आईपीएस अधिकारी
अनुपमा अंजलि के पिता एक आईएएस अधिकारी है और यही कारण है कि अनुपमा बचपन से पढ़ाई में काफी अधिक स्मार्ट रही हैं , अनुपमा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी करने के बाद मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की , बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी ।
पहले प्रयास में हो गई थी असफल
अनुपमा अंजली ने यूपीएससी की तैयारी करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा में पहला प्रयास किया परंतु वह अपने पहले प्रयास में असफल रहीं इस दौरान उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने हौसले को बुलंद किया और असफलताओं से सीख लेकर उन्होंने अपने शेड्यूल को एक बार फिर से तैयार किया और नई रणनीति के अनुसार दूसरे बार प्रयास करने का निश्चय किया ।
इस प्रकार हासिल की दूसरे प्रयास में सफलता
अनुपमा अंजलि ने लगातार अपनी गलतियों को सुधारा और अपने हौसले को बुलंद करने के बाद नए शेड्यूल और नई रणनीति के दौरान तैयारी की कड़ी मेहनत और सफलता के बाद अनुपमा अंजलि ने वर्ष 2018 में भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा में 386 वी रैंक हासिल करके अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया है ।
अभ्यार्थियों के लिए सलाह
अनुपमा अंजली का कहना है कि अगर आप भी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और आप असफलता हासिल हो रही है तो असफलताओं से हार नहीं माने बल्कि सफलता हासिल करने का प्रयास करें साथ ही साथ जल्द सफलता हासिल करने के लिए रणनीति बनाएं और शेड्यूल के अनुसार टाइम मैनेजमेंट करके पढ़ाई करें ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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