जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं अर्थात यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है हर साल लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ प्रयास करते है अर्थात इस परीक्षा में अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के सामने प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।
इस कठिन परीक्षा में हिस्सा लेने वाले अभ्यार्थी इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ कोचिंग अर्थात सेल्फ स्टडी का सहारा लेकर खुद को निपुण करते हैं साथ ही साथ इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों का मेन मोटिवेशन आईएएस अफसर बनना होता है ।
इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो पहले प्रयास में ही सफलता हासिल करके देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं अर्थात कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो असफलताओं से हार मान लेते हैं साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से सीख लेकर लगातार सफलता हासिल करने का प्रयास करते हैं।
कुछ इन्हीं प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है दिव्यांशु चौधरी , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि दिव्यांशु चौधरी ने सिविल सेवा में जाने के लिए अपनी लाखों की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा की परीक्षा की 2 साल तक तैयारी की उसके बाद सिविल सेवा की परीक्षा में हिस्सा लेकर वर्ष 2020 में ऑल ओवर इंडिया में 30 रैंक हासिल की है।
परिचय
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि दिव्यांशु चौधरी मूल रूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं । साथ ही साथ दिव्यांशु बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार रहे हैं इसलिए इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई करने के बाद इंजीनियरिंग के तरफ अपना करियर बनाने का फैसला लिया , इस दौरान दिव्यांशु चौधरी ने इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के विषय में बीटेक की डिग्री हासिल की है ।
इसके कुछ समय बाद ही दिव्यांशु चौधरी को कोलकाता से एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद एक अच्छे पैकेज वाली नौकरी मिल गई थी परंतु इन्होंने 1 साल तक नौकरी की और सिविल सेवा में जाने का निश्चय कर लिया ।
इस दौरान हासिल की सफलता
दिव्यांशु चौधरी ने सिविल सेवा में जाने के लिए अर्थात यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने के लिए अपनी लाखों की पैकेज वाली नौकरी को छोड़ दिया इस दौरान दिव्यांशु चौधरी ने लगातार मेहनत और लगन के साथ यूपीएससी की परीक्षा दी और वर्ष 2020 में भारत द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 30 वी रैंक हासिल कर अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया ।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह
दिव्यांशु चौधरी का कहना है कि अगर आप भी अपनी नौकरी को छोड़कर सिविल सेवा में जाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने कॉन्फिडेंस और अपनी रणनीति को अच्छे से जान ले उसके बाद ही अपनी नौकरी को छोड़कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में लगे अर्थात मेहनत और लगन के साथ प्रयास करें सफलता आपको अवश्य हासिल होगी ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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