जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत की संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी परीक्षा को देश के कठिन परीक्षा माना जाता है साथ ही साथ इस परीक्षा में अपना सपना पूरा करने की उम्मीद लिए हर साल लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं।
अर्थात कुछ गिने-चुने निपुण अभयार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं साथ ही साथ इस परीक्षा में प्रथम प्रयास में सक्षम होने वाले अभ्यार्थी अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं ।
भारत की लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ प्रयास करते हैं और कोचिंग सेल्फ स्टडी और इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को निपुण करके सफलता हासिल करते हैं ।
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले अभ्यर्थियों में से कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपने प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल करके देश में प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो असफलता से हार मान लेते हैं इसके विपरीत कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से सीख लेकर लगातार सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
आजकल सिविल सेवा की परीक्षा में लोगों का रुझान इतना अधिक बढ़ गया है कि लोग अपनी लाखों की पैकेज वाली नौकरी छोड़कर सिविल सेवा में जाना पसंद करते हैं अर्थात हम आज आपको उत्कर्ष कुमार के बारे में बताने वाले हैं उत्कृष्ट ने अपनी लाखों की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा में जाने का निश्चय किया है, उत्कर्ष की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन कर सामने आ रही है जो नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं ।
परिचय
उत्कर्ष कुमार मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले हैं अर्थात बचपन से ही पढ़ाई में काफी अव्वल रहे हैं उत्कर्ष से अपनी इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद जेईई का एग्जाम क्लियर किया उसके बाद उन्हें इंजीनियरिंग आईआईटी के लिए आईआईटी बॉम्बे में दाखिला मिल गया ।
उत्कर्ष ने अपने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उसे 29 लाख के पैकेज वाली नौकरी भी मिल गई कुछ वर्षों तक उत्कर्ष ने इस नौकरी में कार्य किया कुछ समय बाद उन्होंने सिविल सेवा में जाने का निश्चय किया और अपनी 29 लाख की पैकेज वाली नौकरी को छोड़ दिया।
उत्कर्ष ने नौकरी छोड़ने के बाद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी अर्थात उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन के साथ यूपीएससी की तैयारी करने का निश्चय किया था कि वह सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता हासिल करके आईएएस बनने के सपने को पूरा करें पाए ।
सफलता के लिए अपनाएं यह रणनीति
खबरों से पता चला है कि उत्कर्ष कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा के लिए 2 वर्षों तक तैयारी की इस दौरान उन्होंने सबसे पहले एनसीईआरटी की किताबों को पढ़कर अपने देश को मजबूत किया साथ ही साथ सही टाइम मैनेजमेंट के साथ उन्होंने रोजाना पढ़ाई की और जनरल नॉलेज के लिए प्रतिदिन अखबार और टीवी का सहारा लिया।
2 वर्षों तक यूपीएससी की तैयारी करने के बाद उत्कर्ष ने यूपीएससी परीक्षा देने का निर्णय किया इस दौरान उत्कर्ष ने वर्ष 2020 में होने वाली यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 56 वी रैंक हासिल करके अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया है ।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए
आईएएस उत्कर्ष कुमार का कहना है कि अगर आप जल्द ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो अपने बेस को पूरा मजबूत करें उसके बाद जनरल नॉलेज पर फोकस करें अर्थात अगर आप भी मेरी तरह कोई नौकरी को छोड़ कर सिविल सेवा की परीक्षा में जाना चाहते हैं तो अपने कॉन्फिडेंट बरकरार रखें और लगातार मेहनत करें सफलता आपको अवश्य मिलेगी ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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