भारत की संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की गई यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षा माना जाता है अर्थात इस परीक्षा को पास करने की उम्मीद से हर वर्ष इस परीक्षा में लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं । कुछ गिने-चुने अभयार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं ।
साथ ही साथ इस परीक्षा में प्रथम प्रयास में सफलता हासिल करने में सक्षम होने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन कर सामने आते हैं ।
यूपीएससी की सबसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए लाखों अभ्यर्थी परीक्षा में हिस्सा तो लेते हैं परंतु कुछ निपूर्ण अभयार्थी ही सक्षम हो पाते हैं अर्थात इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए सभी अभ्यर्थी कोचिंग सेल्फ स्टडी और इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को निपुण बनाते हैं।
यूपीएससी की कठिन परीक्षा में पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से हार मान लेते हैं और सफलता हासिल करने की उम्मीद छोड़ देते इसके विपरीत कई ऐसे भी होते हैं जो लगातार और असफलता हासिल होने के बावजूद भी अपने हौसले को बुलंद के सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
कुछ इसी प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है विशाखा यादव , विशाखा यादव उन अभ्यर्थियों में से एक है जो सफलता हासिल करने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते हैं साथ ही साथ विशाखा ने असफलता का स्वाद चखने के बाद सफलता का स्वाद लिया है।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि विशाखा यादव ने दो बार असफलता हासिल करने के बाद असफलता से सीख लेकर अपने तीसरे प्रयास में शानदार सफलता हासिल की है।
परिचय
जानकारी आप सभी को बता दें कि विशाखा यादव मूल रूप से दिल्ली के द्वारका की रहने वाली है , विशाखा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई दिल्ली से ही की है साथ ही साथ विशाखा बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी रही है उन्होंने अपनी दसवी और बारहवीं में काफी अच्छे नंबर हासिल किए थे।
विशाखा ने अपनी 12वीं की पढ़ाई के बाद दिल्ली के टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनी शुरू कर दी इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद विशाखा ने प्लेसमेंट के दौरान लाखों की पैकेज वाली नौकरी हासिल कर ली।
2 वर्षों बाद छोड़ दी नौकरी
विशाखा यादव ने 2 वर्षों तक इंजीनियरिंग की नौकरी की परंतु उन्हें एक समय ऐसा महसूस हुआ कि वह इस में अपना कैरियर नहीं बना सकती भले ही उन्हें लाखों की सैलरी मिल रही है परंतु वह संतुष्ट नहीं हो पा रही थी इसलिए उन्होंने अपनी लाखों की नौकरी को छोड़ कर सिविल सेवा मैं जाने का निश्चय किया इस दौरान उनके परिवार वालों ने भी उनका पूरा समर्थन किया ।
प्रीलिम्स मैं नहीं हासिल कर पाई सफलता
हालांकि विशाखा यादव ने अपनी लाखों की नौकरी को छोड़ कर यूपीएससी परीक्षा मैं सफलता हासिल करना शुरू किया विशाखा ने तैयारी पूरी करने के बाद यूपीएससी परीक्षा देने का निश्चय किया परंतु वह अपने पहले और दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स की परीक्षा में सफलता हासिल नहीं कर पाई , अर्थात विशाखा ने हार नहीं मानी और लगातार हौसला बुलंद किया और एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय किया ।
तीसरे प्रयास में हासिल की सफलता
विशाखा यादव ने अपने पहले 2 प्रयासों में की गई गलतियों को सुधार कर तीसरे प्रयास में रणनीति को कठोर किया और एक बार फिर से सफलता हासिल करने का प्रयत्न किया इस दौरान विशाखा ने अपने तीसरे प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 6 वी रैंक हासिल करके शानदार सफलता हासिल की है।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह
विशाखा यादव अभ्यार्थियों को सलाह देते हुए कहती है कि अगर आपको यूपीएससी की परीक्षा में असफलता हासिल हो रही है तो अपनी असफलताओं से सीख लेकर सदैव सफलता हासिल करने का प्रयत्न करें , अर्थात सफलता आपको अवश्य हासिल होगी ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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