है सफलता का परिचय मानव का दृढ़ निश्चय ही सफलता का सूचक है या इसको मैं यो कहूँ की किसी काम को करने का करना ही है पूर्ण चाहे कितनी चुनौती आये ( सकारात्मकता में ) तो उस कार्य में सफलता निश्चित है।
मानव जीवन एक संघर्ष की गाथा है, संघर्ष करते मनुष्य के सामने अनेक संकट आते है और उनमें सफलता भी मिलती है, जो लोग डर कर संघर्ष करना छोड़ देते है तब संकट अधिक गहरा जाते है और उन पर विजय पाना कठिन हो जाता है, अतः संकटों से घबराने की जरूरत नहीं, उनसे निपटने का विचार दृढ़ संकल्पित करना चाहिए।
जिस तरह पतझड़ का मौसम आने पर पेड़ो से सारे फल फूल पत्ते झड़ जाते हैं पर वह टूटता नही, बिना हिम्मत हारे मजबूती के साथ खड़ा रहता हैं यह सोच कर की फिर से बसंत का मौसम आयेगा और फिर से वह फल फूल पत्तो से लद जायेगा, हरा भरा हो जायेगा सो इस समय मुझे विचलित नही होना हैं सो इस बात से हमें भी यह सीख मिलती है की जीवन की हर अनुकूल प्रतिकूल परिस्थिति मे हम सम रहने का प्रयास करे।
वृक्षों की मजबूती और कमजोर नींव के उदाहरण से जीवन संग्राम में आने वाले उतार चढ़ाव का सुंदर प्रेरणाप्रद विश्लेषण आता है कि जीवन के उतार चढ़ाव जो कर्मो के कारण आते हैं दृढ़ मनोबल के सहारे हम उन सबको आसानी से पार पा सकते है।
हमारे सभी गुरुजनों और विद्वानों के द्वारा यहीं बात सीखी है सम्यक रत्नत्रयी हमें धर्म के उत्कृष्ट मार्ग में आने वाली हर बाधाओं से पार पहुंचाने में सहायक होती है यानि हमारी सकारात्मक सोच, हमारा दृढ़ निश्चय आदि हमारी सफलता का अग्रिम परिचय हैं ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़ )
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