नौकरशाहों को विषाक्त कार्य वातावरण, मौखिक दुर्व्यवहार और लगातार मल्टीटास्किंग का सामना करना पड़ता है, जो मानसिक स्वास्थ्य को काफ़ी …
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युवा लेखिका प्रियंका ‘सौरभ’ बनी राजनीति विज्ञान की व्याख्याता
अगर किसी में कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो हर कोई मुकाम हासिल किया जा सकता है चाहे वह …
जातिगत असमानता और इस्लामी मूल्य
मुस्लिम समाज में जातिगत पहचान और असमानता का मुद्दा सदियों से एक जटिल सामाजिक समस्या रहा है, जिसे इस्लामिक शिक्षाओं …
आखिर क्यों नहीं थम रहा रुपये में गिरावट का सिलसिला
निर्यात की तुलना में आयात में वृद्धि के कारण व्यापार घाटा बढ़ने से विदेशी मुद्रा का बहिर्वाह बढ़ता है, जिससे …
पास/फेल की बजाय समग्र विकास/जीवन कौशल की नीतियां बनाएं
नो डिटेंशन पॉलिसी के तहत कक्षा 1 से 8 तक के किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जा सकता …
