हमारे जीवन में सकारात्मकता ऐसी ऊर्जावान शक्ति है जो सही से हमारे को आगे बढ़ने को प्रोत्साहित करती रहती है । हमारे जीवन में यदि समस्या है तो उसका समाधान भी है।
वह जहाँ चढ़ाई है वहाँ निश्चित रूप से ढ़लान भी है। हमारे जीवन में अगर सही से विश्वास की पतवार हाथ मे है तो हम हर तूफान पर आसानी से विजय पा सकते है।
हमारे जीवन में प्रसन्नता से ही सकारात्मकता की भावना प्रसरित होती है पर हमको खुशी ऐसे ही बोलने से नहीं मिल जाती है । हमारे द्वारा नकारत्मक सोच को तिलांजलि देकर मन में सकारात्मकता का दीप जलाना जरूरी है ।
हमारे जीवन में वह तभी दीपक की नाईं की तरह खुशियों का प्रकाश सर्वत्र फैलेगा ।हम हमारे जीवन में हर किसी को खुश रख सके यह शायद वश में नहीं हो सकता है पर हमारी वजह से किसी को दु:ख न पहुँचे यह तो हमारे वश में है| अतः यह भी बहुत बड़ा काम है ।
हमने दुनिया से क्या पाया इसका हम सही से लेखा-जोखा लें। हमने दुनिया को क्या दिया यह हमारा चिन्तन भी बहुत जरूरी है । वह हम अपना अनुभव एक अनोखा लेकर अपना भविष्य सँवारे इस और प्रयास अवश्य करें ।
हमारे जीवन में दु:ख-सुख तो आते रहते हैं हम उनसे कभी न घबरांऐं। यह कुदरत का कतई नियम नहीं है कि हम केवल सुख ही सुख पायें।
हमारे को जीवन में दु:ख के बिना सुख का मूल्य नहीं ध्यान नहीं होता है अतः हम दु:ख से कभी ना घबराऐं। हमारी सोच का प्रभाव हमारे मन पर होता है।
वह मन का फिर तन पर प्रभाव होता है और तन-मन दोनों का हमारे सारे जीवन पर असर होता है।हमारी ज़िंदगी का उजला सवेरा विधेय सोच है ।
एक मकड़ी कितनी बार गिरती ,कितनी बार चढ़ती है लेकिन वह मन में सकारात्मकता का जज़्बा लिए पहाड़ पर चढ़ जाती है ।हमारे जीवन में सकारात्मकता सफलता के उच्च शिखर पर चढ़ने का सोपान है । वह प्रगतिपथ पर बढ़ने का संगान है ।
यह तन-मन को ऊर्जस्वित करने का अभियान है। हमारे विचार-वाणी और व्यवहार को सकारात्मकता से हम सदैव आप्लावित कर सके यही हमारी अपने-आप में सही से एक पहचान है ।
अतः हम सदा अच्छा सोचें और खुश रहें यही हमारे लिए काम्य है ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)
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