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IAS Success Story: UPSC में सफल होने के लिए प्रेरणा सिंह ने पहले बेस किया मजबूत फिर ऐसे बन पाई IAS

IAS Success Story: UPSC में सफल होने के लिए प्रेरणा सिंह ने पहले बेस किया मजबूत फिर ऐसे बन पाई IAS
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Success story of IAS Topper Prerna Singh in Hindi :-

आईएएस बनाना देश की लाखों युवाओं का सपना है। हर साल लाखों की संख्या में यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा में अभ्यर्थी भाग लेते हैं।

जिनमें कुछ गिने-चुने अभ्यर्थी ही आईएएस के लिए चुने जाते हैं। बता दें कि अक्टूबर में आईएस की प्रवेश परीक्षा होनी है।

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इस बार भी लाखों की संख्या में अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठेंगे और अपनी तैयारी को आजमा आएंगे। आज हम जानेंगे यूपीएससी में सफलता प्राप्त करके आईएएस बनने वाली प्रेरणा सिंह की कहानी के बारे।

प्रेरणा सिंह आज आईएएस है। उन्होंने बेहद कम समय में यूपीएससी की तैयारी करके सफलता हासिल की है। उनकी सफलता में उनकी रणनीति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

इसके लिए प्रेरणा सिंह ने बेहतर रणनीति के साथ यूपीएससी की तैयारी की और बेहद कम समय में अपना लक्ष्य हासिल कर लिया।

आज हम जानेंगे उन्होंने किस रणनीति के साथ यूपीएससी की तैयारी की और सफलता पाई। जिससे अगर अन्य दूसरे अभ्यर्थी भी इस रणनीति को अपनाएंगे तो यह उनके लिए काफी मददगार हो सकती है।

एनसीईआरटी किताबों से करे शुरुआत :-

आईएएस प्रेरणा सिंह का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको एनसीईआरटी किताब को पढ़ना चाहिए।

एनसीईआरटी किताबों को पढ़कर आप अपना बेस मजबूत कर सकते हैं। एक बार जब आपका बेस मजबूत हो जाए तब आप स्टैंडर्ड बुक्स का इस्तेमाल करके अपनी तैयारी कर सकते हैं।

प्रेरणा सिंह कहती हैं कि इसके लिए आप एनसीईआरटी की 6 से 12 क्लास तक की किताबें ले सकते हैं। यह यूपीएससी की तैयारी में बहुत मददगार होती है।

प्रेरणा सिंह का कहना है कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी करने के लिए एनसीईआरटी को आधार बनाकर अपना बेस मजबूत करते हैं तब आप की शुरुआत जबरदस्त तरीके से होती है और आगे की तैयारी करना आसान हो जाता है।

स्मार्ट स्टडी और रिवीजन है जरूरी :-

प्रेरणा सिंह का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए स्मार्ट स्टडी पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। इससे समय की बचत होती है और इस बचे हुए समय का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करने में किया जा सकता है।

उनका मानना है कि कड़ी मेहनत से भी ज्यादा रिवीजन महत्वपूर्ण है। क्योंकि यूपीएससी परीक्षा में सफलता दिलाने में रिवीजन का महत्वपूर्ण रोल होता है। उनका मानना है कि हर कैंडिडेट को सिलेबस को अच्छी तरह से कंप्लीट करने के बाद ज्यादा से ज्यादा बार रिवीजन करने पर ध्यान देना चाहिए।

दूसरे अभ्यर्थियों को सलाह :-

प्रेरणा सिंह का मानना है कि यूपीएससी तैयारी करने वाले सभी कैंडिडेट को अपनी तैयारी करने के लिए समय-समय पर खुद का एनालसिस करना चाहिए।

इससे उन्हें अपनी एक्चुअल कंडीशन के बारे में पता चल जाता है। फिर जो भी कमियां रहती है उन्हें समय रहते सुधारा जा सकता है।

प्रेरणा सिंह का मानना है कि अगर पूरे डेडिकेशन के साथ यूपीएससी की तैयारी की जाती है तब आप परीक्षा में बेहतर परफॉर्म करते हैं। इसके अलावा यूपीएससी तैयारी करने के दौरान सकारात्मक रवैया सफलता दिलाने में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है।

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