वाणी (सरस्वती) वरदान | शब्दों की दुनिया | वाक् – शक्ति : भाग 4

शब्द कभी भी बोलते नहीं है । वह अपने बंद मुख को कभी खोलते नहीं इसलिए उनका लहजा कभी गड़बड़ाना …