सत्-चित्त-आनन्द है परमानन्

यदि किसी के पास स्वस्थ इन्द्रियाँ, स्वस्थ दिमाग और तंदुरुस्त शरीर आदि है तो वह मानव को प्रकृति प्रदत्त बेशकीमती …