आत्मविश्वास का मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव रहता हैं । आत्मविश्वास हर परिस्थिति में सहायक सिद्ध होता हैं ।
जीवन में सच्चाई को कठिनाई आ सकती है लेकिन सच्चाई कभी परास्त नहीं हो सकती है क्योंकि उसके भीतर आत्मविश्वास व सत्य है ।
जिसकी सोच में आत्मविश्वास की महक है , जिसके इरादों में हौसलों की ललक है , जिसकी नियत में सच्चाई का स्वाद हैं उस इन्सान की तो पूरी जिन्दगी ही महकता हुआ गुलाब है ।
लोग क्या कहेंगे इसी उधेडबुन में हम अपना जीने का तरीका क्यों बदलें । दुनिया से डरकर जिया तो जीने का मकसद व्यर्थ हो जाएगा ।
अपना आत्मविश्वास व आध्यात्मिक तौर तरीके से जिऐं फिर लोग क्या कहेंगे परवाह नहीं । खरगोश से दौड़ मे कछुए ने अपनी सख्शियत जीत कर दिखाई।
हर छोटे से छोटे प्राणी मे अपनी-अपनी खासियत होती हैं । जो अपनी स्वयं की अहमियत नही रखता उसकी लोगो के सामने काबिलियत दृष्टिगोचर नही होती हैं ।
जितने भी महान व्यक्ति हुए हैं उनके जीवन पर हम नजर डालें तो पायेंगे कि जीवन मे अनेक संघर्ष से गुजरते हुए वे सफलता के शिखर में पहुँचे हैं ।
इस मुकाम को पाने के पीछे छुपे हुए राज़ को उजागर करने में स्वयं को कभी किसी से कम नही आंका है यह उनकी असलियत हैं ।
विनम्रता के साथ धैर्य को उन्होंने सदैव अपनी अहमियत के साथ रखा है । स्वयं की कमियों को हँसते-हँसते स्वीकार करने की ताकत भी उनमें हैं ।
अपनी खूबियों को उजागर करने की सृजनशीलता भी हैं ।स्वयं से प्यार करने वाला सख्शियत वो बने हैं । सदैव सकरात्मक सोच व आत्मविश्वास से भरकर सदा अपनी अहमियत रखें हैं ।
अपनी अहमियत को विनम्रता रूपी चार चाँद लगाकर और चमकाया हैं । अतः हम अपने अन्तर में भरपूर आत्मविश्वास भरें और अपनी जिन्दगी को खास बनाएँ ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़ )
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