भारत की संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है तथा इसके साथ ही साथ यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने अभ्यार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं अर्थात अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं ।
देश के कठिन परीक्षा को पास करने के लिए हर साल लाखों अभ्यार्थी तो हिस्सा लेते हैं और साथ ही साथ इस परीक्षा में सफलता हासिल करने का सपना लिए कोचिंग और सेल्फ स्टडी के सहारे से खुद को निपुण करते हैं ।
देश की कठिन परीक्षा को पास करने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो असफलताओं से सीख लेकर सफलता हासिल करने का प्रयास करते हैं इसके विपरीत कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से हार मान कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना छोड़ देते हैं अर्थात अभ्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करके प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।
कुछ इस प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है आलोक सिंह , आप सभी को बता दें कि आलोक सिंह ने अपनी फुल टाइम जॉब के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की है और अपने तीसरे प्रयास में अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा किया है ।
इस प्रकार शुरू हुआ यूपीएससी का सफर :-
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि आलोक सिंह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, आलोक सिंह ने अपनी मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद कुछ समय के बाद स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया मैं नौकरी हासिल कर ली थी परंतु नौकरी के दौरान उन्हें यूपीएससी की परीक्षा को पास करने का ख्याल आया इस दौरान उन्होंने अपनी नौकरी को नहीं छोड़ा और नौकरी के साथ ही साथ यूपीएससी की तैयारी भी करते रहे , आलोक सिंह के लिए यह आसान नहीं था परंतु सही टाइम मैनेजमेंट के कारण वह यह कर पाए ।
रणनीति के द्वारा प्राप्त हासिल की सफलता :-
आलोक सिंह ने अपनी फुल टाइम जॉब के साथ-साथ यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने का निश्चय तो कर लिया इस दौरान उन्होंने अपनी जॉब के साथ ही तैयारी भी शुरू कर दी इसके साथ ही साथ उन्होंने अपनी जॉब के अनुसार एक शेड्यूल तैयार किया और उस शेड्यूल के अनुसार तैयारी के लिए समय निकालकर, अर्थात उनकी जॉब की छुट्टी रहती है वह पढ़ाई में ज्यादा समय दे पाते ।
इस दौरान आलोक सिंह ने अपनी जॉब के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और तैयारी के बाद परीक्षा में पहला प्रयास करने का निश्चय किया परंतु वह अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल नहीं कर पाए परंतु उन्होंने अपने हौसले को बुलंद किया और दूसरा प्रयास किया परंतु दूसरे प्रयास में भी उन्हें असफलता ही हासिल हुई इस दौरान उन्होंने अपनी गलतियों से सीख कर एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय किया और इस दौरान अपने तीसरे प्रयास में वह अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा कर पाए ।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह :-
आलोक सिंह का कहना है कि अगर आप अपनी जॉब के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं तो यह आपके कॉन्फिडेंट को और अधिक बेहतर बना देगा क्योंकि आपके पास भविष्य की चिंता के लिए कुछ भी नहीं बचेगा और आप बेझिझक मेहनत करके सफलता हासिल करने का प्रयास कर सकते हैं ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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