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क्षमा के बिना अध्यात्मज्योत हम जला नहीं सकते है । क्षमा के बिना प्रेमामृत हम पिला नहीं सकते है । भगवान महावीर ने कहा है कि क्षमा वीरो का भूषण है ।
क्षमा मांगने से मन में शांति रहती हे। क्षमा करने से बड़प्पन दिखता ह़ै। क्षमा लेना व देना नफरत और क्रोध का निदान है क्षमा के बिना अहिंसा पथ हम अपना नहीं सकते हैं ।
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इस तरह से सरल हृदय से क्षमा ऐसी रामबाण औषधि जो न किसी दवाखानें में मिलती है और न ही है इसकी कोई घर में बनाने की विधि है । बस यह सरल हृदय की उत्पत्ति है जिसका अन्तिम छोर संसार सागर से मुक्ति है ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)
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