आज हम बात करने वाले हैं यूपी के कौशांबी जिले में रहने वाले प्रखर प्रताप सिंह की ,एक और यूपी जहां हर साल सूखे के कारण किसानों की कई फसलों की बर्बादी हो जाती है तो कभी ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को लेकर समस्या बढ़ जाती है।
वहीं दूसरी तरफ यूपी के एक युवा ने किसान परिवार से होते हुए भी खेती पर विचार करना छोड़ कर , मछली पालन जैसे उद्योग को बढ़ावा देकर आज इतनी उन्नति कर ली है की सालाना 15 से 20 लाख कमा रहे हैं। खबरों से पता चला है कि प्रखर प्रताप सिंह पेशे से एक इंजीनियर भी रह चुके हैं।
अगर हम बात करें तो प्रखर प्रताप सिंह आज की युवा पीढ़ी के लिए मिसाल के रूप में साबित हो रहे हैं। जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि प्रखर प्रताप सिंह एक छोटे से किसान परिवार से आते हैं और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके 4 साल तक अलग-अलग कई कंपनियों में कार्य भी कर चुके हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कुछ परिवारिक समस्या होने के कारण प्रखर प्रताप सिंह को अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर अपने गांव वापस लौटना पड़ा था।
गांव में वापस लौटने के बाद प्रखर प्रताप सिंह गांव में ही रह गए अपने इंजीनियरिंग की नौकरी को छोड़ कर गांव में कुछ अलग करने का प्रयास करने का सोचा।
खबरों से पता चला है कि प्रखर प्रताप सिंह ने 2019 में मछली पालन बिजनेस को खड़ा किया। प्रखर प्रताप सिंह के इंजीनियरिंग की नौकरी को छोड़ने के बाद चलाया गया मछली पालन बिजनेस आज इतना अधिक उन्नति कर रहा है कि यह साल के कई लाख रुपए कमा ले रहे हैं।
इतना ही नहीं प्रखर यूपी ,एमपी, बंगाल जैसे कई क्षेत्रों में अपनी मार्केटिंग भी कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ उन्होंने 100 से अधिक बेरोजगार किसानों को रोजगार भी दिया है।
प्रखर प्रताप सिंह से बातचीत करने पर पता चला कि वह किसान परिवार से हैं और खेती उपयुक्त जमीन उनके पास काफी अधिक है परंतु खेती से कमाई अच्छी नहीं होने के कारण उन्हें इंजीनियरिंग की नौकरी गांव से बाहर जाकर करनी पड़ी। खेती में अच्छी कमाई ना होने के कारण उनके पिता ने ना चाहते हुए भी उन्हें इंजीनियरिंग की नौकरी करने पर मजबूर किया ।
परंतु कुछ परिवारिक समस्या के कारण उन्होंने गांव में निवास करना शुरू कर दिया। उसके बाद उन्होंने एक नए बिजनेस की शुरुआत कर अपनी आय का स्रोत मछली पालन बिज़नस को बना लिया।
प्रखर प्रताप सिंह ने बताया कि उनके मन में मछली पालन बिजनेस का खयाल उस वक्त आया था जब वह बंगाल में कुछ मछली पालन करने वाले लोगों से मिले थे तब वे बंगाल अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी के दौरान गए थे।
प्रखर प्रताप सिंह ने बताया कि यह ख्याल आने के बाद मैंने अपने पिता को इसके बारे में बताया पर मेरे पिता कुछ समझ नहीं पाए परंतु इसके कुछ दिन बाद ही कुछ सरकारी अधिकारियों ने उन्हें मछली पालन बिजनेस के बारे में कुछ जानकारियां दी उसके बाद मेरे पिता मान गए और उन्होंने एक तलाब बनवा लिया।
तालाब के निर्माण में उनके कई पैसे खर्च हुए , परंतु मछली पालन बिजनेस के शुरुआत के सालों में कुछ भी कमाई नहीं हो पाई, और फिर इसी दौरान प्रखर प्रताप सिंह की बहन की मृत्यु हो जाती है और इस कारण उन्हें गांव वापस आना पड़ता है।
इसके बाद ही प्रखर प्रताप सिंह ने गांव में रहने की शुरुआत कर दी। इसके बाद ही प्रखर प्रताप सिंह ने मछली पालन के बिजनेस में हाथ आजमाना शुरू कर दिया।
प्रखर प्रताप सिंह बताते हैं कि मैंने जब बिजनेस को संभालना शुरू किया तो शुरुआत में काफी नुकसान झेलना पड़ा परंतु वह कहते हैं कि मैंने मछली पालन करने वाले मछुआरों से मिला मैंने कुछ इंटरनेट से जानकारियां ली इसके बाद अपने नुकसान को पीछे छोड़कर एक नया कदम बढ़ाने का निश्चय किया।
इसके बाद इन्होंने 10 लाख का प्रॉफिट कमाया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि कमाई अच्छी होने के कारण प्रखर प्रताप सिंह ने अपनी कमाई का दायरा बढ़ाया और इससे भी अधिक बिजनेस करने की सोची इसके बाद इन्होंने अलग-अलग देशों में अपनी मार्केटिंग करना शुरू कर दी।
आज प्रखर प्रताप सिंह का मछली पालन बिज़नस इतना अधिक बढ़ गया है कि लोग इनसे काफी कुछ सीखना चाह रहे हैं। इतना ही नहीं वर्तमान में युवाओं के लिए जो कि केवल इंजीनियर और सरकारी नौकरियों को सब कुछ मानते हैं उनके लिए प्रखर प्रताप सिंह द्वारा इंजीनियरिंग जैसे उच्च कार्य को छोड़कर मछली पालन जैसा छोटा बिजनेस इतने बड़े मुकाम पर पहुंचाने के लिए इनका नाम काफी मशहूर हो रहा है।
जानकारी से पता चला है कि फिलहाल प्रखर प्रताप सिंह 2 तालाबों में 6 प्रकार की मछलियों का पालन करते हैं। एक तालाब में वे बड़ी मछलियों का पालन करते हैं जिनसे वे सीड तैयार करते हैं और दूसरे तलाब में वे यह तैयार किए गए सिड डाल देते हैं।
इसके साथ ही साथ में मछली पालन का बिजनेस तो करते ही हैं और सीड का भी बिजनेस कर लेते हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि अपनी इंजीनियरिंग की नौकरी को छोड़ कर मछली पालन बिजनेस को बढ़ावा देने वाले प्रखर प्रताप सिंह आज इंडियन मार्ट और सोशल मीडिया पर सीड का व्यापार बहुत अधिक कर रहे हैं।
इसके साथ ही साथ जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि प्रखर प्रताप सिंह ने अमर फिश सीड हैचरी नाम की खुद की कंपनी भी रजिस्टर करवाई है जिसके जरिए वे ऑनलाइन और इंडियन मार्ट के जरिए अपने बिजनेस में तरक्की कर रहे हैं।
इसके साथ ही साथ हम जानकारी के लिए आपको बता दें कि मछली पालन बिजनेस स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार भी कुछ पैसे लोन का मुआवजा देती है। विशेषज्ञो द्वारा बताया गया है कि एक किसान एक एकड़ की जमीन पर मछली पालन करके 5 लाख रुपए की आमदनी कम आ सकता है।
मछली पालन बिज़नस से होने वाले मुनाफे को देखते हुए कई किसान मछली पालन बिजनेस से काफी अधिक जुड़ रहे हैं। प्रखर प्रताप सिंह भी छोटे से किसान परिवार से होते हुए आज मछली पालन का बिजनेस कर बहुत अधिक मुनाफा तो कमा ही रहे हैं इसके साथ ही साथ युवाओं और बेरोजगार लोगों के लिए एक अच्छी सीख भी दे रहे हैं।
लेखिका : अमरजीत कौर
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