ADVERTISEMENT
IAS Ankur Das ki safalta ki kahani

आईएएस अफसर अंकुर दास की सफलता की कहानी जिन्होंने अपने पांचवें प्रयास में हासिल की सफलता

ADVERTISEMENT

लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षा माना जाता है अन्यथा हर साल इस परीक्षा में सफलता की उम्मीद लिए लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने पूर्ण अभयार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं ।

इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए अभ्यर्थी कड़ी मेहनत और लगन के साथ कोचिंग एवं सेल्फ स्टडी का सहारा लेकर खुद को निपुण बनाते हैं और इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं ।

ADVERTISEMENT

इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपने पहले प्रयास सफलता हासिल कर लेते हैं अन्यथा कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो असफलता के बाद सफलता हासिल करने का प्रयत्न नहीं करते अन्यथा कई ऐसे भी आते हैं जो लगातार असफलताओं के बाद भी सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।

आज हम आपको आईएएस अफसर अंकुर दास की सफलता की कहानी बताने वाले हैं जिन्होंने वर्ष 2021 में होने वाली यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 52 वीं रैंक हासिल की है ।

बीटेक की पढ़ाई के बाद शुरू की थी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंकुर दास मूल रूप से शिलांग के जेल रोड सेंट एडमंड्स से अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी की और आर्मी पब्लिक स्कूल से अपनी उच्च शिक्षा को प्राप्त किया था , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंकुर बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे इन्होंने वर्ष 2011 में अपनी माध्यमिक की परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया था ।

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंकुर दास ने अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद बीटेक की पढ़ाई नोएडा के एमिटी यूनिवर्सिटी से पूरी की थी , अंकुर ने बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद आगे नौकरी करने का प्रयास नहीं किया अर्थात इन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी , अंकुर अपने पिता से प्रेरित होकर यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करके आईएएस अफसर बनना चाहते थे ।

अपने पांचवें प्रयास में हासिल की अंकुर ने सफलता

जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि अंकुर दास ने वर्ष 2017 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी , अर्थात वह वर्ष 2018 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए थे , परंतु वह अपने पहले प्रयास में सफलता नहीं हासिल कर पाए थे।

अंकुर दास ने अपनी पहली असफलता के बाद हार नहीं मानी और लगातार असफलता से सीख ली और सफलता हासिल करने का प्रयत्न किया अन्यथा इसके बावजूद अंकुर तीन बार यूपीएससी की परीक्षा में असफल हो गए , परंतु फिर भी अंकुर ने हार नहीं मानी अपनी कड़ी मेहनत और सफलता के बाद उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में वर्ष 2021 में ऑल ओवर इंडिया में यूपीएससी की परीक्षा में 52 वीं स्थान हासिल किया ।

आईएएस अफसर अंकुर दास की कहानी उन अभ्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत साबित हो रही है जो असफलताओं से हार मान लेते हैं और सफलता हासिल करने का प्रयत्न नहीं करते हैं परंतु अगर देखा जाए तो असफलताएं हमेशा हमें सीख देती है अर्थात असफलताओं से सीख लेकर सफलता हासिल करने का प्रयत्न अवश्य करना चाहिए सफलता आपको अवश्य प्राप्त होगी ।

 

लेखिका : अमरजीत कौर

यह भी पढ़ें :

इशिता राठी जिन्होंने बिना कोचिंग के सहारे हासिल किए यूपीएससी परीक्षा में सफलता , पिता है दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल

Similar Posts

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *