जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है , अर्थात हर साल इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने निपुण अभयार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं ।
साथ ही साथ अपने पहले प्रयास में जो निपुण अभ्यार्थी इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं वह देश के अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।
भारत की इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए लाखों अभ्यार्थी खुद को निपुण बनाने के लिए कोचिंग सेल्फ स्टडी तो इंटरनेट का सहारा लेकर खुद के मानसिक स्थिति को मजबूत करते हैं और अपना मनोबल बढ़ा कर इस परीक्षा में सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपने पहले प्रयास में ही इस परीक्षा में सफलता हासिल करके प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं अन्यथा कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो पहले प्रयास में असफलता हासिल होने के बाद सफलता हासिल करने की उम्मीद छोड़ देते हैं ।
साथ ही साथ कई विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो लगातार असफलताओं के हासिल होने के बावजूद भी सफलता हासिल करने की उम्मीद रखते हैं ।
जैसे की हम सभी जानते हैं कि हाल ही में भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी परीक्षा के नतीजे आए हैं इस नतीजे में ऑल ओवर इंडिया में द्वितीय रैंक हासिल करने वाली अंकिता अग्रवाल कुछ इन्हीं प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंकिता अग्रवाल ने अपनी मेहनत और लगन के साथ ही साथ अपने हौसलों को बुलंद करके अपनी मानसिक स्थिति को मजबूत करके इस परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में द्वितीय रैंक हासिल की है ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अंकिता अग्रवाल मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली है, जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि अंकिता ने अपनी शुरुआती शिक्षा कोलकाता से पूरी की है।
साथ ही साथ प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने के बाद अंकिता अग्रवाल ने कॉलेज की पढ़ाई करने का निश्चय किया इस दौरान उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी सेंट स्टीफेन्स कॉलेज (St. Stephen’s College DU) मैं इकोनॉमिक्स के विषय में पढ़ाई करनी शुरू कर दि।
ऑल इंडिया टॉपर अंकिता अग्रवाल ने इकोनॉमिक्स के विषय में डिग्री हासिल करने के बाद मास्टर की पढ़ाई करना जरूरी नहीं समझा अर्थात इन्होंने एक कॉपरेटर की जॉब की परंतु महज कुछ महीनों के बाद ही उन्होंने यह जॉब छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में लग गई ।
बातचीत के दौरान अंकिता बताती हैं कि उनका लक्ष्य निर्धारित है इसीलिए उन्होंने मास्टर की पढ़ाई ना करके यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी ताकि वह जल्द से जल्द सफलता हासिल कर सके ।
इस दौरान हासिल की सफलता :-
अंकिता ने अपनी यूपीएससी की पढ़ाई के लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ जुड़ गई थी इसके साथ ही साथ उन्होंने अपनी यूपीएससी की पढ़ाई और पूरी तैयारी करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा दी , और इन्होंने अपनी परीक्षा में अव्वल नंबर का दर्जा हासिल किया और ऑल ओवर इंडिया में द्वितीय रैंक हासिल करके अपने सपने को पूरा किया ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि अंकित अग्रवाल को भारतीय राज्य सेवा में अपनी सेवा देने का मौका मिला है।
आज अंकिता अग्रवाल उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में सामने आ रही है जो पढ़ लिखकर कुछ बनना चाहती हैं अर्थात अपने सपने सरकार करना चाहती हैं उनके लिए अंकिता अग्रवाल की कहानी काफी अधिक प्रेरणादायक होने वाली है ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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