भारत में हर साल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा यूपीएससी की परीक्षा का आयोजन किया जाता है अर्थात हर साल इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं , परंतु कुछ निपुण अभयार्थी ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने में सक्षम हो पाते हैं ।
इसके अलावा कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो केवल एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार सफलता को हासिल करने में सक्षम हो पाते हैं , कुछ इसी प्रकार की हमारी आज की कहानी है कार्तिक जीवाणी की ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि कार्तिक जीवाणी ने आईपीएस की परीक्षा पास करने के बाद ट्रेनिंग में 15 दिन की छुट्टी लेकर यूपीएससी की परीक्षा दी और आठवां स्थान हासिल करके इस बार आईएएस अफसर के पद को ग्रहण किया है ।
इंजीनियर की पढ़ाई के दौरान दिया यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि कार्तिक जीवाणी मूल रूप से गुजरात के रहने वाले हैं , कार्तिक जीवाणी ने अपनी 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद आईटीआई मुंबई में मैकेनिकल इंजीनियर में अपना दाखिला लिया था ।
परंतु इंजीनियर की पढ़ाई के दौरान कार्तिक ने एक सिविल सेवक के रूप में अपना जीवन व्यतीत करने का निश्चय किया था , इसके बाद कार्तिक ने वर्ष 2016 से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी ।
पहली बार में असफलता मिलने के बाद बने आईपीएस अफसर
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि कार्तिक जीवाणी ने वर्ष 2017 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी थी परंतु अपने पहले प्रयास सफलता हासिल नहीं कर पाए इसके बाद उन्होंने लगातार 2 साल कड़ी मेहनत के बाद वर्ष 2019 में यूपीएससी परीक्षा का एग्जाम दिया ।
इस पर उन्होंने ऑल ओवर इंडिया में 94वीं रैंक हासिल की थी और उन्हें आईपीएस का पदभार संभालने को मिला था और उन्होंने ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी ।
तीसरे प्रयास में हासिल की थी 84 वीं रैंक
सूरत के रहने वाले कार्तिक जीवाणी ने इंजीनियर की पढ़ाई के दौरान ही आईएएस बनने का निश्चय कर लिया था परंतु असफलता के बाद उन्होंने हार नहीं मानी और सफलता हासिल करने की कोशिश की इस दौरान उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 84 रैंक हासिल कि थी।
चौथे प्रयास में बने आईएएस अफसर
कार्तिक जीवाणी ने अपनी आईपीएस की ट्रेनिंग के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की पढ़ाई को जारी रखा और एक बार फिर से यूपीएससी परीक्षा देने का निश्चय किया इस पर उन्होंने अपनी ट्रेनिंग से 15 दिन की छुट्टी लेकर यूपीएससी परीक्षा दी और इस पर उन्होंने ऑल ओवर इंडिया में 8 वीं रैंक हासिल करके आईएएस अफसर का पदभार संभाला और अपने सपने को पूरा किया ।
15 दिनों की छुट्टियां देने के बाद दिया था यूपीएससी एग्जाम
डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि कार्तिक जीवाणी ने अपनी आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान स्पेशल 15 दिन की छुट्टियां लेकर यूपीएससी परीक्षा का एग्जाम दिया था ।
कार्तिक ने इस बार लगातार तीन बार इस प्रकार हासिल की सफलता
जानकारी के लिए आप सभी को बता दे कि कार्तिक जीवाणी ने लगातार तीन बार सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की थी उन्होंने प्रतिदिन 10 घंटे समय अपनी पढ़ाई को देते थे अर्थात सबसे अधिक रात में पढ़ाई किया करते थे ।
कार्तिक जीवाणी का ऐसा मानना है कि अगर हम किताबों के अलावा अगर सन्मार्ग वर्क पर ध्यान दे तो अभ्यार्थियों के लिए सफलता के मुकाम को हासिल करना काफी अधिक आसान हो जाएगा ।