हर साल भारत में यूपीएससी परीक्षा का आयोजन किया जाता है अर्थात इस परीक्षा को कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है हर साल इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ उत्कृष्ट विद्यार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने सपने को पूरा कर पाते हैं अर्थात अपने पहले प्रयास में कुछ उत्कृष्ट अभ्यार्थी सफलता हासिल कर देश के कई अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर आते हैं ।
यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में अभ्यर्थी हिस्सा तो लेते ही है इसके साथ ही साथ हर साल सेल्फ स्टडी कोचिंग और इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को उत्कृष्ट करते हैं और अपने मनोबल को मजबूत करके इस परीक्षा में सफलता हासिल करने का पूर्ण रूप से प्रयास करते हैं ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि यूपीएससी के कठिन परीक्षा में कई प्रकार के अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं जैसे कि कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो पहले प्रयास में सफलता हासिल कर देश के अभ्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बन जाते हैं इसके साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने के बाद सफलता हासिल करने का प्रयास छोड़ देते हैं साथ ही साथ कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो लगातार असफलताओं के बावजूद भी सफलता हासिल करने का प्रयत्न करते हैं ।
आज हम एक ऐसे ही अभ्यार्थी पूजा साहू के बारे में बात करने वाले हैं , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि एक छोटे से गांव से आने के बावजूद वर्ष 2021 में होने वाली यूपीएससी की परीक्षा 199वीं रैंक हासिल की है ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि पूजा साहू मूल रूप से छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव मगरलोड से पली बड़ी है । बातचीत के दौरान पूजा साहू बताती है कि वह जिस गांव में रहती है वहां पर मोबाइल का नेटवर्क भी बड़ी मुश्किल से आता है और इंटरनेट का नेटवर्क के लिए उन्हें अपने घर की छत पर जाना पड़ता है और घर की छत पर ही बड़ी मुश्किल से इंटरनेट का नेटवर्क थोड़ी देर के लिए चलता है , भले ही इंटरनेट की समस्या काफी थी परंतु फिर भी पूजा साहू ने गांव में ही रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की है ।
आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई की है हिंदी मीडियम स्कूल से
खबरों से पता चला है कि पूजा साहू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपितु पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम स्कूल से की है , अर्थात पूजा साहू ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के समय यह नहीं सोचा कि वह हिंदी मीडियम से है अर्थात उन्होंने यह साबित करके दिखाया कि गांव के रहने वाले और हिंदी मीडियम के बच्चे भी अपनी मेहनत और लगन के साथ यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता देंगे पूजा साहू ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की हालांकि दो बार फेल होने के बाद वह थोड़ी टूट गई थी परंतु फिर भी उन्होंने अपने मनोबल को मजबूत कर के तीसरे प्रयास में सफलता हासिल करके अपना सपना पूरा किया ।
इस प्रकार हासिल की पूजा साहू ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता
बातचीत के दौरान पूजा साहू बताती है कि भले ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में दो बार असफलता हासिल की परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत और लगन के साथ एक बार फिर से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और इस बार वह अपने तीसरे प्रयास में वर्ष 2021 में होने वाली यूपीएससी की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में 199 वीं रैंक हासिल की है , और यह साबित कर दिया है कि हिंदी मीडियम और छोटे गांव के रहने वाले अपनी मेहनत और लगन के बल पर ऊंची उड़ानों को छू सकते हैं ।