भारत की संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा काफी कठिन तो होती है इसे देश की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है अर्थात इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए हर साल लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं ।
कुछ गिने-चुने निपुण छात्र ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं अर्थात अभ्यार्थी जो अपने पहले प्रयास में इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं वह आने वाले कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं ।
भारत की इस कठिन परीक्षा को पास करने के सपने से लाखों अभ्यार्थी कड़ी मेहनत और लगन के साथ खुद को निपुण करने का प्रयास करते हैं इसके लिए अभ्यार्थी कोचिंग तो कई अभ्यर्थी सेल्फ स्टडी का सहारा लेकर खुद को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं ।
इस परीक्षा में आने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर लेते हैं परंतु कई विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं के बाद हार मान लेते हैं अर्थात इसके विपरीत कई विद्यार्थी ऐसे आते हैं जो लगातार असफलताओं के बाद भी इस परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद लिए लगातार प्रयत्न करते हैं ।
आज हम आपको एक ऐसे ही अभ्यार्थी के बारे में बताने वाले हैं जिसका नाम है Gunjan Dwivedi , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि गुंजन द्विवेदी अभ्यर्थियों में से हैं जिन्हें असफलता से लगातार सीख लेकर सफलता हासिल करने का प्रयत्न किया गुंजन ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करके अपने आईएएस ऑफिसर बनने के सपने को पूरा किया है ।
ग्रेजुएशन के बाद शुरू की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि गुंजन द्विवेदी की शुरुआती पढ़ाई लखनऊ से पूरी की है , गुंजन ने अपनी 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद ही सिविल सर्विस में जाने का मन बना लिया था इसका एक कारण यह भी था कि गुंजन के पिता आईएएस ऑफिसर थे और उनसे प्रेरित होकर गुंजन सिविल सर्विस में जाना चाहती थी ।
गुंजन ने वर्ष 2014 में अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना सारा समय यूपीएससी की तैयारी करने में लगा दिया अर्थात उन्होंने पूरी मेहनत और लगन के साथ यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी थी।
शुरुआती 2 प्रयासों में नहीं हासिल हुई सफलता
खबरों से पता चला है कि गुंजन द्विवेदी मैं 2 वर्षों तक अपनी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी पूरी करने के बाद यूपीएससी परीक्षा में पहला प्रयास करने का निश्चय किया इस दौरान उन्होंने वर्ष 2016 में यूपीएससी की पहली परीक्षा दी परीक्षा को पास नहीं कर पाए और उन्होंने एक बार फिर से परीक्षा देने का निश्चय किया परंतु वह दोबारा भी असफल रही।
5 साल के संघर्ष के बाद हासिल की सफलता
गुंजन ने लगातार दो बार यूपीएससी परीक्षा में असफल होने के बाद अपने हौसले को बनाए रखा अर्थात अपने हौसले को बुलंद करके नई रणनीति को तैयार किया और एक बार फिर से यूपीएससी परीक्षा देने का निश्चय किया , इसके बाद गुंजन द्विवेदी ने वर्ष 2018 में आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा में 9 वी रैंक हासिल कर के अपने सपने को पूरा किया है।
पिता आईएएस अफसर
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि गुंजन द्विवेदी मूल रूप से लखनऊ के रहने वाली है अर्थात गुंजन के पिता आईएएस अफसर है साथ ही साथ गुंजन की बहन भी सिविल सर्वेंट है और यही कारण है कि शुरू से ही गुंजन का रुझान सिविल सेवा की और अधिक था इसलिए उन्होंने अपने इंटरमीडिएट की पढ़ाई के वक्त ही निश्चय कर लिया था कि वह सिविल सेवा में जाएंगी।
अन्य अभ्यर्थियों के लिए सलाह
गुंजन का कहना है कि यूपीएससी परीक्षा में जल्द सफलता हासिल करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप एनसीईआरटी की किताबों से अपने देश को मजबूत करें अर्थात समय-समय पर अपनी पढ़ाई का रिवीजन अवश्य करें, साथ ही साथ अगर आपको असफलता मिल रही है तो अपनी असफलताओं से सीख लेकर लगातार प्रयास करें ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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