जैसे की हम सभी जानते हैं कि भारत संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक माना जाता है।
देश की कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के सपने से हर साल लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने अभ्यार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं अर्थात अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के कई युवाओं के सामने प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर कर आते हैं।
भारत के कठिन परीक्षा को पास करने के सपने लिए लाखों अभ्यार्थी तो इस परीक्षा में हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने ही अभ्यार्थियों इस परीक्षा को पास कर पाते हैं इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए अभ्यार्थी कोचिंग, सेल्फ स्टडी अर्थात इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को निपुण करते हैं।
यूपीएससी की परीक्षा में भाग लेने वाले कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो अपनी पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर लेते हैं परंतु कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जो असफलता हासिल होने के बाद सफलता हासिल करने की आस को छोड़ देते हैं इसके विपरीत कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो असफलताओं से सीख लेकर अपने हौसले को बुलंद करके सफलता हासिल करने की कोशिश करते हैं।
कुछ इसी प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है सृष्टि जयंत देशमुख , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि सृष्टि देशमुख ने टीवी से अपनी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करके अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल की है, अर्थात इस कड़ी परीक्षा को पास करने के लिए जहां अभ्यार्थी कोचिंग का सहारा लेते हैं वही सृष्टि देशमुख ने टीवी का सहारा लेकर यूपीएससी की कड़ी परीक्षा को पास किया है ।
इंजीनियरिंग के दौरान किया यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि सृष्टि जयंत देशमुख मूल रूप से मध्यप्रदेश के भोपाल की रहने वाली है , और बचपन से ही पढ़ाई में काफी अव्वल रही हैं इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग करने का निश्चय किया था ।
खबरों से पता चला है कि सृष्टि जयंत देशमुख ने अपने इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष में सोचा कि वह इंजीनियर बन कर केवल एक सिंपल नौकरी ही कर पाएंगे और इस तरह वह अपनी जिंदगी नहीं बिता पाएंगे इस समय ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देकर आईएएस बनने का निश्चय कर लिया था , इसके साथ ही साथ सृष्टि जयंत देशमुख ने यूपीएससी की तैयारी के साथ साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी पूरी की थीं।
इंजीनियरिंग और यूपीएससी की तैयारी की साथ-साथ
सृष्टि जयंत देशमुख अपनी सारी मेहनत यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में लगा देती थी अर्थात अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई केवल एक से डेढ़ महीने किया करती थी जब उनके सेमेस्टर के एग्जाम पास आते थे , इसके साथ ही साथ इंजीनियरिंग और यूपीएससी की तैयारी एक साथ करना उनके लिए काफी मुश्किल से हो रहा था ।
हासिल की 5वीं रैंक
सृष्टि जयंत देशमुख ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ ही साथ यूपीएससी की परीक्षा की भी तैयारी की तैयारी पूरी करने के बाद सृष्टि ने यूपीएससी की परीक्षा में अपना पहला प्रयास करने का निश्चय किया ।
इस दौरान सृष्टि ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बल पर यूपीएससी की परीक्षा में अपने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर ली और ऑल ओवर इंडिया में 5वीं रैंक हासिल करके आईएएस अफसर बनने के सपने को पूरा किया है।
टीवी में राज्यसभा देखकर की तैयारी
बातचीत के दौरान आईएएस अफसर सृष्टि जयंत देशमुख बताती है कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए रोजाना अखबार तो पढ़ा ही साथ ही साथ उन्होंने बताया कि उन्हें राज्यसभा टीवी देख कर अपनी तैयारी के लिए काफी अधिक प्रेरणा मिली।
इसके साथ ही साथ उन्होंने ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल को एकत्रित करके अपनी पढ़ाई को मजबूत किया और अपने पहले प्रयास में 5 वीं रैंक हासिल करके आईएएस बनने के सपने को पूरा किया ।