सही कहा जाता है कि हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नही है। विज्ञान, शिक्षा क्षेत्र से लेकर उद्योग जगत तक हर जगह युवा अपनी प्रतिभा के दम पर कामयाबी हासिल कर रहे हैं।
इसमे पुरुष ही नही बल्कि महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और अपनी कामयाबी का डंका बजा रही हैं। नई पीढ़ी में कुछ युवाओं ने तो शून्य से शुरुआत की और मेहनत के दम पर अपनी पहचान बना ली है।
कुछ लोगों ने विरासत में मिली चीजों को संभाला और उसे आगे बढ़ाया है तो कुछ लोगों ने चुनौतियों का सामना करके अपने आपको बुलंदियों पर पहुंचाया है। आज की हमारी कहानी एक ऐसे युवा शक्ति को समर्पित है जिसे देश की सबसे अमीर महिला उद्यमी के तौर पर जाना जा रहा है।
जी हां हम बात कर रहे हैं 39 साल की रोशनी नादर मल्होत्रा की जिन्हें आज किसी परिचय की जरूरत नही है। रोशनी ने अपने पिता के अरबों डालर के कारोबार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है।
रोशनी नादर अपने अरबपति बिजनेसमैन और एचसीएल टेक्नोलॉजी के संस्थापक शिव नाडर और किरण नाडर की इकलौती बेटी है। रोशनी दिल्ली में पली बढ़ी है और उनकी प्रारंभिक शिक्षा वसंत वैली स्कूल में हुई है।
इसके बाद वह अमेरिका के नॉर्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है इसके बाद रोशनी ने केलॉग स्कूल आफ मैनेजमेंट से बिजनेस मैनेजमेंट में भी डिग्री हासिल की है।
रोशनी को टेक्नालॉजी के बिजनेस में कभी भी इंटरेस्ट नही रहा था। उनका हमेशा से रुझान मीडिया और इंटरटेनमेंट सेक्टर की तरफ रहा था।
इसलिए बिजनेस की दुनिया में कदम रखने के बजाय वह मीडिया के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती थी और इसमें उन्हें सफलता हासिल करने में काफी समय लगा।
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रोशनी ने सीएनएन और सीएनबीसी जैसी ग्लोबल मीडिया कंपनी में भी बतौर न्यूज़ प्रोड्यूसर काम किया है। इस तरह अलग-अलग कंपनियों में कई साल तक काम करने के बाद रोशनी ने फैसला किया कि वह भारत लौट कर अपने पिता के कारोबार को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी।
साल 2009 में रोशनी 27 साल की उम्र में अपने पिता की कंपनी एचसीएल को ज्वाइन किया और साल भर के अंदर ही उन्हें इस कंपनी में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ के पद पर प्रमोट कर दिया गया।
इसके बाद रोशनी ने कभी भी पीछे मुड़कर नही देखा। साल 2013 में रोशनी एचसीएल के बोर्ड में शामिल हो गई और कंपनी की वाइस चेयरपर्सन बन गई।
अपने पिता के नेतृत्व में रोशनी ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का परिचय दिया और दुनिया के सामने एक प्रतिभाशाली महिला के तौर पर उभर कर आई।
साल 2019 में रोशनी को फॉर्ब्स मैगजीन द्वारा दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में 54 वां स्थान मिला था। अभी हाल में ही पहली तिमाही में एचसीएल कंपनी ने अपने परिणामों की घोषणा की है।
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कमाई के साथ-साथ एचसीएल कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि कंपनी के संस्थापक और अध्यक्ष शिव नादर की जगह अब उनकी बेटी रोशनी यह पद संभालेंगी और तत्काल प्रभाव से उन्हें नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। इस तरह से रोशनी एक लिस्टेड भारतीय आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बन गई हैं।
हुरून इंडिया के सूची के अनुसार रोशनी 36800 करोड़ की संपत्ति के साथ भारत की सबसे अमीर महिला बन गई है।
बता दें कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज फोब्स की ग्लोबल 2000 कंपनियों की सूची में शामिल है और साल 2019 तक 21.5 बिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ भारत में टॉप 10 सबसे बड़ी पब्लिक सेक्टर में काम करने वाली कंपनी में से एक है।
जुलाई 2020 तक एचसीएल टेक्नोलॉजीज की कुल संपत्ति 10 बिलियन डालर के वार्षिक राजस्व की रही है।
रोशनी की कार्यकुशलता और उनकी नेतृत्व क्षमता कई लोगों के लिए प्रेरणादायक है।