कौन कहता है कि बेटियां बेटों से कम होती है यह पुराने जमाने की कहावत है परंतु आज के जमाने में देश की बेटियां बेटों से आगे बढ़कर कार्य कर रहे हैं अर्थात हर क्षेत्र में बेटियां अपना अव्वल स्थान हासिल कर रहे हैं ।
आज हम आपको एक ऐसी बेटी के बारे में बताने वाले हैं जिसने खेती के क्षेत्र में मैं स्टार्टअप की शुरुआत करके और उसमें सफलता हासिल करके यह साबित कर दिया है कि बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से कंधे से कंधा मिलाकर चल सकती हैं अर्थात आज यह बेटी देश की कई बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरकर सामने आ रही है।
जी हां हम बात कर रहे हैं मेरठ की रहने वाली 25 वर्षीय पायल अग्रवाल के बारे में , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि 25 वर्षीय पायल अग्रवाल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है अपितु इसके बावजूद वह एक नौकरी ना करके एक स्टार्टअप की शुरुआत करके काफी अच्छा मुनाफा कमा रही है , अन्यथा कई बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में सामने भी आ रही है।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि 25 वर्षीय पायल अग्रवाल ने इंजीनियरिंग करने के बावजूद भी खुद का एक स्टार्टअप शुरू किया है जिसके तहत वह केंचुआ से खाद तैयार करती है , अन्यथा आज पायल अपने स्टार्टअप से काफी अधिक मुनाफा अर्जित कर रही हैं और कई लोगों को यह साबित कर रही है कि देश की बेटियां देश के बेटों से हर क्षेत्र में आगे बढ़कर कार्य कर रही हैं।
पायल अग्रवाल मेरठ के सदर बाजार के एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखती है एक साधारण परिवार से होने के बावजूद भी पायल के सपने काफी बड़े बड़े थे और पायल सदैव कुछ बड़ा करने के बारे में सोचती थी । पायल ने वर्ष 2016 में अपनी बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी परंतु वह एक अच्छी नौकरी करने के बजाए अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहती थी अन्यथा इस दौरान पायल बताती हैं कि वह अपने बगीचे के लिए खाद स्वयं तैयार किया करती थी।
दरअसल पायल अपने बीटेक की पढ़ाई करने के बाद एक अच्छी नौकरी पा सकती थी परंतु फिर भी उन्होंने एक स्टार्टअप की शुरुआत करने का निश्चय किया था अपने घर में रहकर अपने बगीचे के लिए खाद तैयार करती थी इस दौरान वह बताती हैं कि वह एक दिन राजस्थान गई थी और वहां से केंचुए की खाद लेकर आई थी ।
इस दौरान पायल केंचुए की खाद से इतनी अधिक प्रभावित हुई कि उसने निश्चित कर लिया कि वह इसी को अपना पहला स्टार्टअप बिजनेस बनाएंगे इस दौरान पायल ने कराए पर कृषि भूमि लेकर वहां पर “ग्रीन अर्थ ऑर्गेनिक संस्था” को स्थापित किया और केंचुए की खाद बनाना शुरू कर दिया।
समय के साथ साथ पायल द्वारा स्थापित की गई यह ग्रीन अर्थ ऑर्गेनिक ( Green Earth Organics ) संस्था लोगों को प्रभावित करने लगी और आज इस संस्था से 40 से 50 लोग जुड़ कर पायल के साथ ऑर्गेनिक खाद तैयार करने का कार्य कर रहे हैं , अन्यथा अब तक पायल इतना अधिक मुनाफा अर्जित कर चुकी है कि अब तक उन्होंने राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तथा महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों में अपनी कई यूनिट्स को स्थापित कर दिया है ।
आज पायल अग्रवाल ने यह साबित कर दिया है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है अर्थात वह हर क्षेत्र में लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल सकती हैं अर्थात पायल ने आज अपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके भी अपने एक स्टार्टअप को चलाकर काफी अधिक मुनाफा अर्जित कर तो रही है साथ ही साथ कई राज्यों में अपनी यूनिट्स को स्थापित करके देश की कई बेटियों और कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत और सीख ले कर सामने आ रही हैं।