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आइए जानते हैं एक ऐसे सास बहू के बारे में जो खेती करके कमा रही है सालाना लाखों रुपए का मुनाफा, बदल दिया है इन दोनों ने सास बहू के मायने

Saas bahu kisan ki safalta ki kahani
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जैसे की हम सभी जानते हैं कि प्राचीन काल से ही सास बहू के संबंध काफी ही खट्टे मीठे रहे हैं , परंतु आज हम आपको एक ऐसी सास बहू की जोड़ी से मिलवाने वाले हैं जिन्होंने अपने संबंधों की परवाह ना करते हुए लहसुन की खेती करके अधिक पैदावार के साथ ही साथ अधिक मुनाफा भी कमाया है ।

इन सास बहू की जोड़ी ने खेती के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि सास चमेली देवी करीब 10 वर्षों से अपने 10 एकड़ पुश्तैनी जमीन पर परंपरागत रूप से खेती करती आ रही , परंतु पढ़ी लिखी बहू अनीता जाखड़ के आने के बाद बहू ने अपने सास के साथ मिलकर खेती की नई तकनीकों का उपयोग करके खेती के मायने को पूरी तरह से बदल दिया है ।

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जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि गांव भूथनखुर्द की दसवीं पास पंचायत समिति भूना के वार्ड नंबर 14 रहने वाली अनीता जाखड़े अपनी 60 वर्ष से सासू मां के साथ मिलकर 3 एकड़ के खेतों में लहसुन के बीजों को बोया था ।

इसके साथ ही साथ अनीता के पति ने पंजाब में ठेके में 7 एकड़ की जमीन को लेकर वहां पर लहसुन की खेती की कमान संभाल कर रखा था । अर्थात इन 7 एकड़ के खेतों की 3 एकड़ की जमीन पर खरपतवार से लेकर खेतों में पानी खाद कीटनाशक के छिड़काव करने की जिम्मेवारी दोनों सास बहू के ऊपर है ।

सास बहू ने मिलकर एकड़ खेती में जो लहसुन की खेती की थी हाल ही में 15 मजदूरों की सहायता से खुदाई करवाई और प्रति एकड़ 50 क्विंटल लहसुन की पैदावार हुई , इतनी अधिक पैदावार होने से सास बहू के चेहरे पर खुशी साफ दिखाई दे रही थी ।

जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि मंडी में लहसुन का भाव फिलहाल तो 35 किलो चल रहा है , परंतु चमेली देवी और बहु अनीता जाखड़ अपनी रणनीति के अनुसार लहसुन की पैदावार को स्टॉक करके रखेंगे जैसे ही मंडी में लहसुन का भाव बढ़ेगा उसके बाद इसकी बिक्री करना शुरू करेंगी।

10 वर्षों से कर रहे हैं सास बहू खेती

बातचीत के दौरान चमेली देवी बताती हैं कि 14 साल पहले उनके पति का आकस्मिक निधन हो गया था , इस दौरान पति के निधन के बाद चमेली देवी के ऊपर उनके घर की संपूर्ण जिम्मेदारी आ गई थी , परिवार का पालन पोषण करने के लिए चमेली देवी के पास केवल एक ही साधन था वह थी खेती, उनके परिवार में तीन बेटे और एक बेटी थी और सभी की जिम्मेदारी उठाने के लिए चमेली देवी ने खेती करना शुरू कर दिया था ।

इसके साथ ही साथ चमेली देवी बताती हैं कि उन्होंने 10 वर्षों तक परंपरागत फसलों के साथ सीमित रह कर खेती करती थी परंतु पढ़ी लिखी बहू के आने के बाद बहु अनीता जाखड़ के साथ मिलकर सास ने नई तकनीकों का उपयोग करके खेती करना शुरू किया और पैदावार के साथ-साथ मुनाफा भी काफी अधिक कमाने लगे ।

दोनों सास बहू ने मिलकर शुरुआत में थोड़ी सी जगह में लहसुन की खेती की शुरुआत की और इस दौरान उन्होंने हजारों रुपए का मुनाफा कमाया इसके कुछ समय बाद उन्होंने मुनाफे को देखते हुए 3 से 4 एकड़ की जमीन पर लहसुन की खेती की शुरुआत कर दी और उनकी पैदावार भी काफी अच्छी होने लगी और लाखों का मुनाफा आने लगा । सास बहू की कड़ी मेहनत के कारण आज वह लगातार हर साल लाखों की कमाई घर लेकर आ रही है ।

साल में करते हैं तीन फसलें

चमेली देवी की बहू अनीता जाखड़ का कहना है कि लहसुन की खेती के बाद वह तुरंत मूंग की बिजाई कर देती है अर्थात 7 एकड़ भूमि में 10 क्विंटल पैदावार होती है , इसके साथ ही साथ मूंग की कटाई हो जाने के बाद व धान की रोपाई कर देते हैं इस दौरान साल में तीन फसलों की खेती करके काफी अधिक मुनाफा कमा लेते हैं।

वर्तमान में यह सास बहू की जोड़ी खेती करके काफी अधिक मुनाफा कमा रही है और आने वाली पीढ़ी के लिए एक उदाहरण बन गई है अर्थात कई महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन कर सामने आ रही है।

 

लेखिका : अमरजीत कौर

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