Divyanshu Singal UPSC Success story in Hindi :-
हर साल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आईएएस, आपीसएस, आईएफएस आदि के लिए अभ्यार्थियों को चुना जाता है। सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता प्राप्त करना कई युवाओं का सपना होता है।
इसके लिए युवा दिन रात मेहनत करते हैं। सही दिशा में की गई मेहनत उन्हें सफलता दिलाती है और उनके सपने को पूरा करती है। संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा में अगर आप सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए बेहतर रणनीति से तैयारी करना बेहद जरूरी है।
सही रणनीत से तैयारी करने से सफलता की संभावना कई गुना तक बढ़ जाती है। आसान भाषा में कहें तो यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए सही रणनीति बहुत मायने रखती है।
आज हम जानेंगे आईएएस ऑफिसर दिव्यांशु सिंगल की सफलता की कहानी। दिव्यांशु ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली और अपना सिविल सेवक बनने का सपना पूरा कर लिया है। आज हम जानेंगे दिव्यांशु ने किस तरह से यूपीएससी की तैयारी की थी और उन्होंने कौन सी रणनीति अपनाई थी।
पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान शुरू की तैयारी –
दिव्यांशु ने पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान ही अपने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने इसके लिए सबसे पहले कोचिंग ज्वाइन की। हालांकि इस दौरान उन्होंने परीक्षा नहीं दी।
दिव्यांशु का मानना है कि जब तक आप की तैयारी पूरी न हो जाए तब तक आपको अपना attempts बर्बाद करने से बचना चाहिए। वह कहते हैं कि उन्हें कोचिंग से गाइडेंस मिला और वह अपनी क्षमता के अनुसार शेड्यूल बना कर तैयारी प्रारंभ किए।
वैकल्पिक विषय का चुनाव सोच समझ कर करें –
दिव्यांशु ने अपने पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई मैथ सब्जेक्ट के साथ की है। ऐसे में वह यूपीएससी की परीक्षा में भी अपना वैकल्पिक विषय मैथ ही रखते हैं। वह कहते हैं कि आपको हमेशा अपना पसंदीदा सब्जेक्ट ही वैकल्पिक विषय के रूप में रखना चाहिए ताकि आपको अपने विषय के बारे में अच्छी नॉलेज हो और उसे पढ़ने में दिलचस्पी बनी रहे।
दिव्यांशु कहते हैं कि कई लोग जल्दबाजी में अपना वैकल्पिक विषय चुन लेते हैं। इसके बाद उन्हें अपना वैकल्पिक विषय पढ़ने में काफी परेशानी होती है। इसलिए अपना वैकल्पिक विषय चुनने वक्त सावधानी बरतें और बहुत सोच समझ कर अपना विषय का चुनाव करें।
दूसरे अभ्यार्थियों को सलाह –
दिव्यांशु कहते हैं कि यूपीएससी तैयारी के दौरान सबसे पहला स्टेप यूपीएससी के सिलेबस को अच्छी तरह से समझना है। आप इसके लिए इंटरनेट पर जाकर टॉपर्स के इंटरव्यू भी देख सकते हैं।
इंटरव्यू देखने से आपको बेहतर रणनीति बनाने में मदद मिलती है। दिव्यांशु साथ ही यह भी कहते हैं कि अगर आपको लगे कि आपको अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करने की जरूरत है तो आप को समय रहते रणनीति में बदलाव भी कर लेना चाहिए।
दिव्यांशु का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी बेहद सीमित किताबों के साथ करना चाहिए और उन्हीं किताबों को बेस्ट मानना चाहिए। दूसरों के कहने पर अपनी तैयारी का तरीका और अपनी किताबों की लिस्ट कभी नहीं बदलनी चाहिए।
एक बार अगर आप पूरे समर्पण और पूरी ईमानदारी के साथ अपनी तैयारी में जुट जाते हैं तो यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के चांस बढ़ जाते हैं।