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कांस्टेबल से यूपीएससी टॉपर बनने वाले विजय सिंह गुर्जर की प्रेरणादायक कहानी

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Success story of IAS Topper Vijay Singh Gurjar in Hindi :-

यूपीएससी का सफर हर किसी के लिए अलग अनुभव होता है। आज हम जानेंगे राजस्थान के विजय सिंह गुर्जर की यूपीएससी टॉपर बनने की प्रेरणादायक कहानी जो काफी युवाओं को प्रेरित कर सकता है। दरअसल विजय गुर्जर ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान काफी चुनौतियों का सामना किया।

लेकिन सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने कभी भी परेशानियों से हार नहीं मानी और चुनौतियों का डटकर सामना दिया। विजय हमेशा से कड़ी मेहनत में यकीन करते थे। उन्होंने कड़ी मेहनत के विकल्प को चुना और आगे लगातार बढ़ते रहें।

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पहले वह कांस्टेबल के रूप में नौकरी ज्वाइन करते हैं और फिर आईपीएस बनते हैं और अपने घरवालों का नाम रोशन करते हैं विजय गुर्जर के संबंध में सबसे खास बात यह है कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कभी भी कोई भी कोचिंग ज्वाइन नहीं की थी। उन्होंने इस परीक्षा को अपने सेल्फ स्टडी के दम पर निकाला है और आईपीएस के पद तक पहुंचे हैं।

विजय सिंह गुर्जर का बचपन –

एक किसान परिवार में विजय सिंह गुर्जर का जन्म राजस्थान के एक बेहद छोटे से गांव में हुआ था। विजय के पिता ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे। लेकिन इसके बावजूद वह अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते थे।

क्योंकि वह चाहते थे कि उनके बच्चे बड़े होकर अपने जीवन में कुछ अच्छा करें। विजय गुर्जर की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव के ही एक स्कूल में शुरू हुई थी। साथ ही वह अपने पिता का हाथभी खेती में बताया करते थे।

दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में नियुक्ति

विजय सिंह गुर्जर का कहना है कि उनके गांव में सरकारी नौकरी पाने वाले लोगों को बहुत ही सम्मान दिया जाता है और सम्मान की नजर से देखा जाता था। शायद यही वजह थी कि उनका झुकाव सरकारी नौकरी की तरफ शुरू से रहा।

सबसे पहले वह दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में भर्ती होने के लिए तैयारी करते हैं और उन्हें सफलता भी मिलती है। लेकिन वह यहीं पर ठहर नहीं जाते हैं बल्कि वहां कांस्टेबल से आगे बढ़कर सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित होते हैं। लेकिन इसके बाद भी वह यहां पर नहीं रुकते हैं।

सब इंस्पेक्टर बनने के बाद वह एसएससी की तैयारी करना शुरू कर देते हैं और उनका चयन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में एक अच्छे पद पर हो जाता है। लेकिन वहां कुछ और ही बनना चाहते थे इसलिए वह अपनी मेहनत को जारी रखते हैं और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर देते हैं।

सिविल सेवा की तैयारी –

सरकारी नौकरी पाने के बाद भी विजय सिंह गुर्जर अपने लक्ष्य से नहीं हटे। बल्कि यूपीएससी की तैयारी में जुटे रहते हैं और साथ में नौकरी भी करते रहते हैं। नौकरी के दौरान जब भी उन्हें समय मिलता है वह पढ़ाई करते थे। यूपीएससी की परीक्षा में साल 2016 में वह इंटरव्यू के स्टेज तक पहुंचे थे।

लेकिन उनका फाइनल सिलेक्शन नहीं हो पाया। तब उन्हें थोड़ा दुख हुआ था। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं आ रही और फिर से प्रयास करने के बारे में सोचकर तैयारी में जुट गए। साल 2017 के यूपीएससी परीक्षा में उनकी मेहनत रंग लाती है और उनका सिलेक्शन हो जाता है। वह आईपीएस के रूप में चयनित होते हैं।

दूसरे अभ्यर्थियों को सलाह –

विजय सिंह गुर्जर लगातार मेहनत करते रहे और यही वजह थी कि उन्हें लगातार सफलता मिलती रही। सबसे पहले वह दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में नियुक्त होते हैं।

उसके बाद वह एसआई का पद प्राप्त करते हैं और फिर एसएससी की परीक्षा पास करके इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पर में उन्हें एक अच्छे पद पर नियुक्त मिलती है।

लेकिन विजय यहां पर भी ठहरते नहीं है और अपनी तैयारी जारी रखते हैं और यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। साल 2017 की यूपीएससी परीक्षा में उन्हें सफलता प्राप्त होती है।

उनका चयन 2018 बैच आईपीएस में हो जाता है। विजय सिंह गुर्जर का अभ्यर्थियों को यही सलाह है कि आप किस बैकग्राउंड से हैं इससे कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता है। आपको पूरी मेहनत और लगन के साथ तैयारी करनी चाहिए। यदि पूरे मन से तैयारी की जाती है तो सफलता जरूर मिलती है।

 

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