” Discipline is being able to force yourself to do something, in spite of how we feel, over and over …
प्रेरक विचार
स्मृति शेष : स्व: महेंद्र जी गेलड़ा ( बोरावड़ )
धर्मपरायण स्व: महेंद्र जी गेलड़ा ( बोरावड़) काकासा के चरणों में प्रदीप छाजेड़ का भावों से शत- शत वन्दन ! …
जीवन बनाओ सदाबहार
यह हमारी बहुत बड़ी विडम्बना हैं की हम कहते हैं की ख़ुश हैं लेकिन वास्तविकता हमें और कुछ दिखती हैं …
नेताजी सुभाष चंद्र बोस
हम प्रेम, सहयोग ,सद्भाव, समर्पण एवं करुणा रुपी दान परिवार, समाज व देश के लिए करें तो मरणोपरांत के बाद …
भगवन! वो बचपन फिर से लौटा दो ना
भावनाओं का पुतला है आदमी। मुख्यतः भावना ही है जीवनचर्या का अमिय आधार। सारी प्रवृत्तियाँ, क्रियाएँ, प्रतिक्रियाएँ चलती हैं भावनाओं …