एक विरल व्यक्तित्व, दार्शनिक व्यक्तित्व,जो स्वयं वीतरागता की भूमिका के आस-पास पहुँच चुके थे,मौलिक चिंतक, लेखक, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन …
प्रेरक विचार
वाणी (सरस्वती) वरदान | शब्दों की दुनिया | वाक् – शक्ति : भाग 2
वह जब उसका ताला खुलता है, तभी तो उसका हमको सही से मालूम पड़ता है कि दुकान सोने की या …
वाणी (सरस्वती) वरदान | शब्दों की दुनिया | वाक् – शक्ति : भाग1
हम प्रेम से शब्द का निर्मल नीर पीकर अपने मन की छवि को सजायें । वह हम धर्म – ध्यान …
इदम न मम : भाग-3
अतः इससे हमारा जीवन सरल रहेगा यह हम मान कर चलें। सिकंदर को विश्व विजय की लालसा थी लेकिन वह …
इदम न मम : भाग-2
हमारे द्वारा उत्पन्न जिज्ञासा उस और चलने का पथ है । वह दिमाग की कसरत है और सफलता की और …