जैसे की हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में इलेक्ट्रॉनिक कार और स्कूटर का प्रचार काफी अधिक हो रहा है इस दौरान जामनगर के एक किसान महेश भुत ने ई ट्रैक्टर व्योम तैयार कर दिया है , ई ट्रैक्टर की मदद से उनका खेती का खर्च 25% से कम हो गया है अर्थात इनकी ट्रैक्टर की डिमांड देश के अलग-अलग हिस्सों से आ रही है ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि महेश भुत , मूल रूप से राजस्थान के जामनगर के निवासी हैं और बचपन से ही अपने पिता के साथ खेती का कार्य करते हैं और हमेशा से खेती का कार्य करते-करते इन्होंने कई बार खेती के सुविधाओं के लिए सोचने का प्रयास किया है ।
महेश ने वर्ष 2014 में पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद खेती से जुड़ गए थे और कीटनाशक और खाद का खेती में कम उपयोग करने के लिए उन्होंने जैविक खेती की ओर रुख कर लिया था ।
इस दौरान महेश ने देखा कि खेतों में ट्रैक्टर के इस्तेमाल से ट्रैक्टर की देखभाल से लेकर डीजल के खर्च तक खर्च काफी अधिक लग रहा था इस दौरान महेश ने एक ट्रैक्टर बना डाला ।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि महेश द्वारा तैयार किया गया ट्रैक्टर लोगों के द्वारा काफी अधिक पसंद किया जा रहा है अर्थात देश भर से उन्हें अब तक ई ट्रैक्टर के 21 ऑर्डर मिल चुके हैं साथ ही साथ महेश ने अपने इस ई ट्रैक्टर का नाम व्योम रखा है ।
यह बात जानकर आप सभी को काफी हैरानी होगी कि महेश ना कोई इंजीनियर है और ना ही किसी बड़े शहर में रहते हैं इन्होंने गांव में रहकर ही अपने दिमाग का प्रयोग 5 लाख की लागत लगाकर की ट्रैक्टर का निर्माण किया है।
खेती में होने वाले खर्च को कम करने के लिए किया ई ट्रैक्टर का निर्माण
दरअसल महेश काफी समय से ही ई ट्रैक्टर बनाना चाहते थे और इसके लिए वह काफी प्रयोग भी कर रहे थे इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से e-cycle की ट्रेनिंग भी ली परंतु इसके पीछे का उनका मकसद ई ट्रैक्टर बनाना था ।
इतना ही नहीं 1 साल तक उन्होंने ई साइकिल की ट्रेनिंग ली और इसके बाद उन्होंने जोरों शोरों से ई ट्रैक्टर का निर्माण करना शुरू कर दिया इस दौरान उन्होंने ई ट्रैक्टर की बॉडी से लेकर उसकी बैटरी तक का सारा काम खुद किया है ।
बातचीत के दौरान महेश बताते हैं कि उन्होंने ई ट्रैक्टर को बनाने में करीब 7 महीने लगे और कड़ी मेहनत और लगातार प्रयासों के बाद उन्हें सफलता मिल ही गई , साथ ही साथ अब महेश ई ट्रैक्टर का इस्तेमाल करीब 4 महीनों से अपने खेतों में कर रहे हैं और उन्होंने अपने इस ई ट्रैक्टर का नाम अपने बेटे व्योम के नाम पर रखा है ।
यह खासियत है ई ट्रैक्टर की
महेश भाई अपने द्वारा तैयार किए गए ट्रैक्टर के लिए दावा करते हैं कि उनके द्वारा तैयार किया गया ई ट्रैक्टर एक चार्ज करने से लगातार 10 घंटे तक चलता है साथ ही साथ इसमें 72 वाट की लिथियम की बैटरी लगी हुई है , यह एक अच्छी क्वालिटी वाली बैटरी है ।
इसके साथ ही साथ महेश से अपने इस ई ट्रैक्टर को एक एप्लीकेशन के साथ भी जुड़ा हुआ है जिसके द्वारा आप को ट्रैक्टर के बारे में सभी प्रकार की जानकारियां हासिल हो जाएंगी , उदाहरण के लिए बता दें कि आपको इस एप्लीकेशन के तहत यह पता चल जाएगा कि ट्रैक्टर कितना चार्ज है और किस वायर में क्या दिक्कत है ।
साथ ही साथ महेश का कहना है कि उन्होंने आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके इस ट्रैक्टर को डिजाइन किया है ताकि किसानों को दिक्कत ना हो और अर्थात किसान कम खर्च में खेती कर पाए महेश कहते हैं कि डीजल से ट्रैक्टर चलाने से घंटों 125 रुपए का खर्च आता था अर्थात अब ई ट्रैक्टर के माध्यम से घंटों इसका इस्तेमाल करने से केवल 15 रुपए का खर्च आता है ।
फिलहाल महेश अपने खेतों में इसका इस्तेमाल करते हैं और उनके ई ट्रैक्टर को देखने के लिए कई लोग उनके खेतों में पहुंच रहे हैं साथ ही साथ देश के कई हिस्सों से उन्हें 21 ई ट्रैक्टर के ऑर्डर्स भी मिल गए हैं।
महेश का कहना है कि उन्होंने इसी ट्रैक्टर की कीमत 5 लाख रुपए रखी है क्योंकि अभी उन्हें सरकार द्वारा सब्सिडी नहीं हासिल होती है अगर सरकार द्वारा ई ट्रैक्टर पर सब्सिडी हासिल होने लगी तो वह अपने इस ई ट्रैक्टर का दाम कम कर देंगे ।
लेखिका : अमरजीत कौर
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