देश के लाखों लडकों और लड़कियों का सपना होता है कि वह सिविल सर्विस परीक्षा को पास करके आईएएस बने। इसके लिए लाखों की संख्या में छात्र हर साल यूनियन पब्लिक कमिशन सर्विस द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सर्विसेज परीक्षा में भाग लेते हैं।
यह परीक्षा तीन स्तरों में कराई जाती है – प्रारंभिक, मेंस और इंटरव्यू। लाखों की संख्या में बैठने वाले परीक्षार्थी में से कुछ ही ऐसे होते हैं जो इस परीक्षा को पास कर पाते हैं।
और उनमें से भी कुछ गिने हुए उम्मीदवार ही होते जिनका आईएएस (IAS) बनने का सपना पूरा हो पाता है। आज हम एक ऐसे आईएएस ऑफिसर के बारे में जानेंगे जो कभी कबाड़ी वाला बनने की इच्छा रखते थे।
जी हां, हम बात कर रहे हैं आईएस दीपक रावत के बारे में, जो अपने बचपन में कबाड़ी वाला बनना चाहते थे। दीपक रावत उत्तराखंड के एक फायरब्रांड आईएएस अधिकारी है।
वह सोशल मीडिया पर सबसे फेमस आईएएस अधिकारियों में से एक हैं। दीपक रावत अपनी बेबाक राय और सख्त रवैये के लिए लोगों के बीच में मशहूर है।
आईएएस दीपक रावत का अपना खुद का एक यूट्यूब चैनल है जिस पर 3.39 मिलियंस सब्सक्राइबर भी है। दीपक के यूट्यूब चैनल का नाम है – दीपक रावत आईएएस।
ऐसे पास की थी यूपीएससी परीक्षा –
दीपक रावत ने जवाहरलाल नेहरू कॉलेज से पढ़ाई की है। वह राजनीति विज्ञान में अपना पोस्ट ग्रेजुएशन किए हैं। दीपक रावत जब पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे तभी वहां सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर देते हैं।
उनके लगातार प्रयासों और कड़ी मेहनत के बाद भी वह अपने दो प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास करने में कामयाब नहीं हो पाते हैं। जिसके बाद वह फिर से दुगने उत्साह और मेहनत के साथ तैयारी करके अपना तीसरा प्रयास देते हैं और यूपीएससी परीक्षा को पास करते हैं पर आईएएस बनने का सपना पूरा नही कर पाते हैं।
दीपक रावत ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास की लेकिन तीसरे प्रयास में उनका चयन आईएएस के लिए नहीं बल्कि आईआरएस पद के लिए होता है।
तब वह फिर से चौथा प्रयास देते हैं और इस बार उन्हें इस परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल होती है। इसके बाद लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकैडमी से वह ट्रेनिंग पूरी करते हैं और उत्तराखंड में ही उत्तराखंड कैडर के आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी पहली नियुक्ति होती है।
दीपक रावत युवाओं के बीच क्यों है प्रसिद्ध –
आईएएस दीपक रावत युवाओं के बीच में काफी प्रसिद्ध है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह बच्चे थे तब वह कबाड़ी वाला बनने के बारे में सोचा करते थे।
बचपन से ही उन्हें नई नई चीजें आकर्षित करती थी और वह नई नई चीजों के बारे में जानना चाहते थे। दीपक रावत कहते हैं कि आज वह एक आईएएस ऑफिसर बनकर बेहद खुश हैं।
इस सर्विस के सबसे खास बात यह है कि वह इस सर्विस के माध्यम से लोगों से सीधे जुड़ सकते हैं। वह कहते हैं कि उन्हें लोगों के बीच में रहकर काम करना अच्छा लगता है।
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