भारत की संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है भारत द्वारा हर साल इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है ।
इसके साथ ही साथ हर साल इस परीक्षा में लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं परंतु कुछ गिने-चुने अभ्यार्थी ही इस परीक्षा में सफलता हासिल करने में सक्षम हो पाते हैं , अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने वाले अभ्यार्थी देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभर कर सामने आते हैं ।
भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने की उम्मीद से लाखों अभ्यार्थी हिस्सा लेते हैं और इस परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत और लगन के साथ कोचिंग सेल्फ स्टडी और इंटरनेट का सहारा लेकर खुद को निपुण करते हैं ।
यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वाले कई अभ्यार्थी ऐसे होते हैं जो अपने पहले प्रयास में सफलता को हासिल करके युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरकर सामने आते हैं अर्थात कई अभ्यार्थी ऐसे होते हैं जो असफलताओं हासिल होने के बाद हार मान लेते हैं ।
इसके विपरीत कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो लगातार असफलताएं हासिल होने के बावजूद भी अपने हौसले को बुलंद करके सफलता हासिल करने का प्रयास करते हैं ।
कुछ इसी प्रकार के अभ्यर्थियों में से एक है अभिषेक सुराना , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अभिषेक सुराना ने दो बार असफलता हासिल होने के बाद अपने हौसले को बुलंद कर के तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की ।
अभिषेक सुराना अपने रैक से संतुष्ट नहीं थे इसलिए उन्होंने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा देने का निश्चय किया और अपने चौथे प्रयास में ऑल ओवर इंडिया में 10 वीं रैंक हासिल करके आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया।
विदेश से लौटने के बाद की यूपीएससी की तैयारी
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि अभिषेक सुराना मूल रूप से राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं , अभिषेक ने दिल्ली आईटीआई से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की थी ।
अभिषेक ने अपनी आईटीआई की पढ़ाई पूरी करने के बाद विदेश में अच्छे पैकेज पर नौकरी हासिल कर ली थी परंतु शुरू से ही मन में देश की सेवा करने का जज्बा था और यही कारण था कि अभिषेक सुराना विदेश की अपनी नौकरी को छोड़ कर अपने देश वापस लौट आए और वापस लौटने के बाद यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गए ।
सदैव लक्ष्य पर रखा ध्यान केंद्रित
अभिषेक ने विदेश से अपनी नौकरी छोड़ कर वापस लौटने के बाद यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी अर्थात उन्होंने अपनी तैयारी के बाद यूपीएससी की परीक्षा में अपना पहला प्रयास किया परंतु उन्हें असफलता हाथ लगी ।
उन्होंने हार नहीं मानी और एक बार फिर से प्रयास करने का निश्चय किया और दूसरी बार भी उन्हें असफलता ही हाथ आई और उन्होंने अपने असफलताओं से सीख ली और हौसला बुलंद करके एक बार फिर से प्रयास किया अपने तीसरे प्रयास में सफल तो हो गए ।
उन्होंने 250 वीं रैंक हासिल की थी जिससे वह संतुष्ट नहीं थे और इस दौरान अभिषेक ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय किया और इस बार ऑल ओवर इंडिया में 10 वीं रैंक हासिल करके आईएएस अफसर बनने के अपने सपने को पूरा किया ।
अभ्यार्थियों के लिए सलाह
आईएएस अभिषेक सुराना का कहना है कि जो अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें मेहनत और लग्न के साथ-साथ अपनी दिमागी स्थिति को भी मजबूत बनाए रखना पड़ता है क्योंकि काफी कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और कभी-कभी तो सिलेबस का प्रेशर काफी अधिक बढ़ जाता है ।
इस दौरान दिमाग की स्थिति को मजबूत बनाए रखना काफी आवश्यक होता है इसके साथ ही साथ वह कहते हैं असफलताओं से हार नहीं माने और अपने हौसले को बुलंद करके लगातार प्रयास करें सफलता आपको अवश्य मिलेगी ।