भारत में लोग अब पर्यावरण के प्रति काफी जागरूक हो रहे हैं। अब लोग केमिकल युक्त प्रोडक्ट के बजाए नेचुरल पर्सनल केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगे हैं।
खास करके हर्बल कॉस्मेटिक का इस्तेमाल लोगों में बढ़ रहा है। पिछले एक दशक में देखा जाए तो भारतीय बाजार में हर्बल प्रोडक्ट की मांग तेजी से बढ़ी है।
इस मांग को सबसे पहले महसूस किया स्वर्गीय एचजे कमल पासी ने। उन्होंने 1993 में उत्तर प्रदेश के नोएडा में सबसे पहले हर्बल पर्सनल केयर लोटस हर्बल प्राइवेट लिमिटेड (Lotus Herbals Pvt Ltd) की स्थापना की।
लेकिन 2015 में उनका देहान्त हो गया। इसके बाद उनके बेटे नितिन पासी ने अपने पारिवारिक व्यवसाय की विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया।
भारत में ब्यूटी केयर मार्केट में एक प्रमुख ब्रांड लोटस हर्बल्स प्राइवेट लिमिटेड, जो पिछले 28 सालों से ब्यूटी केयर का एक प्रमुख ब्रांड है।
इस कंपनी का सालाना टर्नओवर 700 करोड़ से भी अधिक है। इसके एक लाख से भी अधिक रिटेड आउटलुक है
इंजीनियर से businessmen बनना –
1970 के दशक की शुरुआत में कमल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद स्नातक किया। उन्हें हर्बल स्किन केयर प्रोडक्ट के लिए विदेशी बाजारों में एक उभरती हुई मांग को देखा।
भारत हमेशा से आयुर्वेदिक और औषधि जड़ी बूटियों के रूप में प्रसिद्ध रहा है। यहां पर औषधीय जड़ी बूटियां घर घर बनाई जाती रही है।
कमल ने कॉस्मेटिक उद्योग में बिजनेस करने का फैसला किया। उन्होंने अमेरिका स्थित कंपनियों के लिए प्राकृतिक संरचना के साथ स्किन केयर प्रोडक्ट बनाने का फैसला किया।
लेकिन भारत में अपने ब्रांड के नाम के तहत उन्होंने सारे उत्पादों को लांच करने का निर्णय लिया। इस दौरान बायोटिक और शहनाज हुसैन जैसे ब्रांड भारत में पहले से ही थे और बाजार पर उनकी अच्छी पकड़ थी।
ऐसे में एक नया उद्योग सीमित संसाधनों के साथ बाजार में उपलब्ध हुआ। नितिन बताते हैं कि उनके पिता पहले विदेशी कंपनियों के लिए प्रोडक्ट का निर्माण करते थे।
वहां की मांग को देखते हो हुए उन्होंने समझा कि इस सेगमेंट में बिजनेस करने की अपार संभावनाएं हैं और भारत में भी इस क्षेत्र में काफी कुछ करना चाहते थे।
क्योंकि भारत में मांग काफी अधिक थी और भारत में मौजूद कंपनियां इसे पूरा नहीं कर पा रही थी। तब उन्होंने इस ब्रांड को शुरू किया।
1993 में कमल सनस्क्रीन safe sun को भारतीय बाजार में अपने पहले प्रोडक्ट के रूप में लांच किया था।
बाजार में हिस्सेदारी –
उन्होंने नोएडा में एक छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाकर दिल्ली के बड़े-बड़े थोक बाजार, सदर बाजार में अपना प्रोडक्ट बेचना शुरू किया।
धीरे धीरे प्रोडक्ट की मांग बढ़ रही थी तो धीरे-धीरे उन्होंने अपने मार्केट को मुंबई क्राफर्ड मार्केट में विस्तार किया। कंपनी को सफलता मिलने लगी।
लोटस के प्रोडक्ट की मांग बढ़ रही थी। कमल ने इस श्रेणी में कई बड़ी कंपनियों से प्रतियोगिता की और अपने बिजनेस को बढ़ाया।
लोटस ने साल 2004 में कमल ने ग्रेटर कैलाश दिल्ली में अपना पहला सैलून खोला। नितिन बताते हैं कि उनके पिता समय से बहुत आगे थे।
वह याद करते हुए अपने पिता के बारे में कहते हैं “मेरे पिता एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उस समय वह LUX और गीतांजलि जैसे वर्तमान सैलून चेन की तर्ज पर काम करना चाहते थे।
लेकिन उन्हें बहुत अधिक सफलता नहीं मिली। एक साल के अंदर ही उन्हें अपना सैलून बंद करना पड़ा। फिर उन्होंने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के निर्माण पर ध्यान देना शुरू किया।
लोटस ब्रांड साल 2004 में इस श्रेणी में वाइट ग्लो लांच किया और चेहरे के उत्पादों की मांग में वृद्धि होने लगी।
वह बताते हैं कि इसके बाद चेहरे की किट की मांग इतनी बढ़ गई कि लोग अपनी त्वचा पर केमिकल युक्त प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने के लिए सतर्क हो गए। उनके पिता ने इसमें अवसर देखा और इस पर मंथन किया।
कमल ने 2000 के दशक के मध्य में लोटस की फेशियल किट रेंज लांच की और मुख्य रूप से घरों को लक्षित करते हुए अपने ब्रांड को ब्यूटी पार्लर से एक बड़ी भीड़ को देखा।
2005 से 2015 के बीच लोटस हर्बल फेस वॉश, फेस स्क्रब, फेस पैक क्रीम, मॉइश्चराइजर जैसे कई उत्पादों को लांच किया।
आज भारत में इस ब्रांड के 15000 से भी अधिक सैलून हैं। लोटस ब्रांड का सबसे ज्यादा बिकने वाला उत्पाद सेव सन एंड वाइट ग्लो आज भी टॉप पर बरकरार है। प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कच्चे माल की खरीद भारत से ही की जाती है।
नये बाजार में प्रवेश –
नितिन पासी कहते हैं कि सुंदरता और श्रृंगार के बात की जाए तो लोटस कॉस्मेटिक में काम कर रहा है। सनस्क्रीन सेगमेंट में लगभग 373 करोड की प्रोडक्ट है तो फेस ग्लो में 20% बाजार आकार के साथ टॉप पर है। अन्य सेगमेंट की कीमत भी लगभग 4000 करोड़ के आसपास आंकी गई है।
आगे की चुनौतियां –
पर्सनल केयर इंडस्ट्री एक चुनौती वाली फील्ड है। इसमें प्रोडक्ट के बारे में जागरूकता और उसका उपयोग करना आना चाहिए।
नितिन पासी कहते हैं कि अधिकांश आबादी कई साल तक एक ही उत्पाद का उपयोग करती है। भले ही वह उत्पाद उसकी त्वचा और उम्र के हिसाब से ठीक हो या न हो।
ऐसे में लोगों को जागरूक करने हेतु कंपनी लगातार प्रयास कर रही है हिंदी न्यू हर्बल लोटस हर्बल प्राइवेट लिमिटेड ने बाजार में एंट्री करने के लिए अपने प्रोडक्ट को लॉन्च करने के लिए प्रोडक्ट पोर्टफोलियो पर काम कर रहा है ।
यह भी पढ़ें :–
कम आय वालों को ध्यान में रखकर कोल्ड ड्रिंक का बिजनेस किया शुरू और कमाए 35 करोड़
“Happy to assist with Lotus anytime!”