अगर कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत से एक बड़ा साम्राज्य स्थापित करना चाहता है तो उसके पास अपनी सूझबूझ के साथ ही साथ अच्छी नॉलेज होनी भी काफी आवश्यक है।
किसी भी कार्य को शुरुआत करने से पहले शुरुआती दिनों में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है सभी समस्याओं को पार करके ही कोई व्यक्ति सफलता हासिल कर सकता है अगर व्यक्ति समस्याओं के आने से हिम्मत हार जाता है तो वह कभी भी सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता।
आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने अपनी मेहनत और सूझबूझ के बल पर एक ऐसे स्टार्टअप की शुरुआत की जो उनके लिए वरदान सा बन गया एवं हर महीने उनके लिए करोड़ों रुपए का मुनाफा ला रहा है।
आज यह शख्स अपनी सफलता के मुकाम पर पहुंचकर अन्य युवकों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। तो आइए जानते हैं कौन है वह व्यक्ति जो अपने कंपनी के ऐप से आठ करोड़ का लेनदेन कर मुनाफा कमा रहा है।
राहुल राज का परिचय
वह शख्स है राहुल राज, पटना के रहने वाले हैं राहुल ने अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी करने के उपरांत आईटीआई खड़कपुर में इंटीग्रेटेड मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की थी उन्होंने अपनी डिग्री के बल पर एक अच्छे कॉलेज में प्लेसमेंट हासिल किया था।
वह कॉलेज की पढ़ाई को साथ में लेकर एक जॉब भी करने लगे परंतु वह जॉब पर पूरा फोकस नहीं कर पा रहे थे इसलिए उन्होंने यह निश्चय किया कि वह खुद का एक बिजनेस शुरू करेंगे। तब उन्होंने कोईनेक्स का आरंभ किया।
पहले असफलता का स्वाद चख चुके हैं
कोइनेक्स ऐसा स्टार्टअप था जिसने स्टॉक मार्केट में उछाल ला दिया, कोइनेक्स प्लेटफार्म के द्वारा आप क्रिप्टो बहुत ही आसानी से ट्रेड कर सकते थे।
कोइनेक्स स्टार्टअप के क्रिप्टो ट्रेडिंग का ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया था जहां प्रतिदिन ट्रेडिंग वॉल्यूम 17 करोड़ तक पहुंच गया था। जानकारी से पता चला है कि इस स्टार्टअप के आरबीआई फ्रेमवर्क के बाद इसे क्लोज करना पड़ा।
परंतु राहुल राज और उनकी टीम ने हार नहीं मानी और वह सभी बेंगलुरु के लिए निकल गए और वहां जाकर फ्लोबिज स्टार्टअप की शुरुआत की।
खबरों से पता चला है कि राहुल राज को अपने स्टार्टअप को तैयार करने के लिए कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और सफलता के लिए हमेशा अग्रसर होते रहे।
राहुल राज बताते हैं कि भले ही मुझे अपने स्टार्टअप को बनाने के लिए मुसीबतों का सामना करना पडा है परंतु मैंने हिम्मत नहीं हारी और एक नई सिरे से फिर से स्टार्टअप बनाने की शुरुआत की।
राहुल राज बताते हैं कि जब मेरा पहला स्टार्टअप आरबीआई के द्वारा बंद किया गया , एवं कोइनेक्स को आरबीआई कर फ्रेमवर्क कर कोलाज में ले लिया। राहुल कहते हैं कि मैंने हार नहीं मानी और बेंगलुरु जाकर अपनी टीम के साथ एक नया स्टार्टअप्स तैयार किया जिसका नाम फ्लोबिज रखा।
फ्लोबिज ( Flobiz ) के फाउंडर और सीईओ है राहुल राज
राहुल राज ने अपने छोटे से करियर में तीन स्टार्टअप पर 6 वर्ष तक काम किया। राहुल राज की पहली कंपनी जाइका थी जिसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से रेस्टोरेंट के लिए देसी फूडी और इन्नोवेटिव बिजनेस सॉल्यूशन को निकाला जाता था और लोगों तक पहुंचाया जाता था।
इसके बाद उन्होंने एक कंपनी विजागो में भी कार्य किया परंतु उन्होंने यह कंपनी का ऑफिस जल्दी छोड़ दी उसके बाद उन्होंने कोईनेक्स बिजनेस शुरुआत की जिसमें क्रिप्टो करेंसी को बेचा जा रहा था परंतु आरबीआई द्वारा यह बिजनेस को अपने कवरेज में ले लिया गया।
इसके उपरांत ही उन्होंने Flobiz ( फ्लोबिज ) की शुरुआत की और वह समय के साथ मार्केट में चल गया और आज राहुल राज इसके सीईओ और प्रोफाउंडर है।
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि राहुल राज द्वारा बनाया गया फ्लोबीज मोबाइल फोन में आधारित एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो छोटे व्यापारियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। राहुल राज कहते हैं कि हमने इस प्लेटफार्म को छोटे व्यापारियों की आवश्यकता को देखते हुए इसका निर्माण किया है।
यूनिकॉर्न और वाइटबोर्ड ने लिया इसमें हिस्सा
राहुल बताते हैं कि फ्लोबीज एक ऐसा प्लेटफार्म है जो देश के छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियों को सफलता प्रदान करने में सहायता करता है एवं डिजिटल रूप से उन्हें अपने बिजनेस को विकसित करने मैं सहायता देता है।
राहुल कहते हैं कि मैंने इसकी शुरुआत 2019 में की थी और इसमें मेरे साथ आदित्य नायक और राकेश यादव भी जुड़े हुए थे इन्होंने मेरे साथ मिलकर फ्लोबिज को तैयार करने में और इसका शुभारंभ करने में पूरी मदद की थी।
राहुल राज बताते हैं कि फंडिंग के तौर पर कैपिटल सीकोईया कैपिटल इंडिया एवं बिनेक्स्ट भी हमारे साथ जुड़े और हमारे फंडिंग फॉर्म के साथ साथ अमरीश राव, नितिन गुप्ता, नीरज अरोरा, विजय शेखर शर्मा, कुणाल शाह, नीरज अरोड़ा, सयाली करंजकर, अंकित तोमर एवं कृष्ण मेनन और यूनिकॉर्न और वाइट बोर्ड ने भी इसमें हिस्सा लिया ।
किया माई बिल बुक ( My Bill Book ) का शुभारंभ
हमारे भारत देश में ऐसी कई व्यापारिक है जो आज भी पेपर कलम लेकर अपने बिजनेस का हिसाब जोड़ते हैं।
राहुल ने छोटे व्यापारी को के कार्य को सफल बनाने के लिए और आसानी से हिसाब किताब की सारी जानकारी को रखने के लिए अपनी टीम के साथ साझा करके माई बिल बुक का एक स्टार्टअप तैयार किया है।
राहुल बताते हैं कि माई बिल बुक एक ऐसा स्टार्टअप है जिसमें आप जिस प्रकार पेपर कलम में अपने सारे हिसाब को लिखते हैं उसी प्रकार आप माई बिल बुक की सहायता से अपने लेन देन का सारा हिसाब रख सकते हैं । राहुल राज द्वारा तैयार किया गया माई बिल बुक स्टार्टअप लगभग आज 3 करोड़ से अधिक लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।
राहुल अपने मुनाफे की बात करते हुए बताते हैं कि अब वे अपने माई बिल बुक स्टार्टअप के दौरान प्ले स्टोर पर उनके 60 मिलियन से अधिक डाउनलोड और 120 करोड़ से अधिक एक्टिव यूजर हैं और इस दौरान उन्हें 8000 करोड़ से अधिक का मुनाफा हो जा रहा है।
राहुल बताते हैं कि अब हमारी कंपनी में 120 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
लेखिका : अमरजीत कौर
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