मार्च 19, 2023

Motivational & Success Stories in Hindi- Best Real Life Inspirational Stories

Find the best motivational stories in hindi, inspirational story in hindi for success and more at hindifeeds.com

Sarvesh Singh gerdening youtuber

Sarvesh Singh gerdening youtuber

फार्मा कंपनी की नौकरी छोड़कर गांव में उगा रहे हैं पेड़ पौधे, YouTube से हो रही है अच्छी कमाई

अगर आप थ्री ईडियट्स मूवी को ध्यान से देखेंगे तो थ्री ईडियट्स मूवी हमें यह सीख देती है कि अगर हमें सफलता को प्राप्त करना है तो हमें वह कार्य करना चाहिए जिससे हमारे दिल को खुशी मिले तभी हम सफलता के मुकाम पर पहुंच सकते हैं।

लेकिन आमतौर पर ऐसा नहीं हो पाता है परंतु कई लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने दिल की सुनते हैं और सफलता भी हासिल करते हैं।

आज हम आपको प्रतापगढ़ के छोटे से गांव भुइदहाँ के रहने वाले 29 वर्षिय सर्वेश कुमार सिंह के बारे में बताने जा रहे हैं। सर्वेश कुमार सिंह को बचपन से ही पेड़ पौधों से काफी लगाव था और यही कारण था कि उन्होंने अपनी नौकरी को छोड़कर पुश्तैनी जमीन पर खेती करने का फैसला किया।

हालांकि शुरू से ही सर्वेश के पिता चाहते थे उनका बेटा पढ़ लिखकर एक अच्छी नौकरी करें, और शहर में बस जाए। यही कारण था कि सर्वेश के पिता ने अपने बेटे को इलाहाबाद पढ़ाई करने के लिए भेजा था।

और सर्वेश ने इलाहाबाद जाकर अपनी पढ़ाई तो पूरी कर ली और एक नौकरी भी करनी शुरू कर दी, परंतु उनका मन गांव में ही था इसलिए वह अपनी नौकरी को छोड़ कर गांव वापस आ गए।

सर्वेश अपनी नौकरी को छोड़ कर गांव वापस इसलिए आ गए क्योंकि वह वैसा कार्य करना चाहते थे जिनसे उनके मन को खुशी मिले।

सर्वेश कुमार सिंह का मन तो बचपन से ही पेड़ पौधों में था और अपने मन को खुशी देने के लिए उन्होंने यही कार्य शुरू कर दिया एवं गांव में आकर उन्होंने एक नर्सरी खोली।

सर्वेश का नर्सरी खोलने का उद्देश्य यह था कि वह चाहते थे कि जो पेड़ पौधों से जुड़ी जानकारियां उनके पास है वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके।

सर्वेश कुमार सिंह फिलहाल तो यूट्यूब पर गार्डनिंग की वीडियो बना रहे हैं और 10 बीघा जमीन पर खेती भी कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ वह सुकून से भरा जीवन तो जी ही रहे हैं और इसके साथ ही साथ हरियाली का संदेश भी फैला रहे हैं।

सर्वेश कुमार सिंह एक गार्डनिंग एक्सपर्ट है और यूट्यूब पर इनकी हर वीडियो को लगभग एक लाख से अधिक लोग देखते हैं।

खबरों से पता चला है कि सर्वेश को बचपन से ही गार्डनिंग का शौक था परंतु सर्वेश को कभी ऐसा अंदाजा भी नहीं था कि वह ऐसा कुछ काम में अपना भविष्य बना सकेंगे और आज लोग यूट्यूब की वीडियो के द्वारा मेरी गार्डनिंग से जुड़ी हुई सभी बातों को देखते हैं और सुनते हैं।

सर्वेश कहते हैं कि मुझे अपना शौक पूरा करने के पैसे भी मिलते हैं और मैं यह चाहता हूं कि मैं पेड़ पौधे लगाने में लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद कर सकूं।

सर्वेश ने 8 वर्ष की उम्र में लगाया था पहला पौधा

सर्वेश कुमार सिंह का पेड़ पौधों से लगाओ का अंदाजा तो इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि जब वे केवल 8 वर्ष के थे तब से पौधे लगा रहे हैं और उसके बाद कभी भी पौधे लगाने का सिलसिला थमा ही नहीं।

शहर में नौकरी करने के दौरान उन्हें कुछ कमी महसूस हो रही थी इसलिए वे शहर की नौकरी को छोड़ कर गांव में आकर नर्सरी खोलने के लिए प्रेरित हो गए।

सर्वेश बताते हैं कि उन्होंने अपनी नर्सरी खोलने से पहले कई अन्य आस-पास की नर्सरीओं का दौरा भी किया था। परंतु वे बताते हैं कि गांव में ऐसा मार्केट की उपस्थिति नहीं थी और ना ही लोगों को इतना ज्ञान था कि मैं सही तरीके से नर्सरी की शुरुआत कर पाऊं और मेरी मार्केटिंग भी हो।

इस दौरान सर्वेश ने बताया कि फिलहाल तो मैं खेती करता हूं और गार्डनिंग की वीडियोस यूट्यूब पर डालता हूं और अपना यूट्यूब चैनल चलाता हूं।

सर्वेश अपने 10 बीघा जमीन पर मौसमी सब्जियां, तिलहन, दलहन इत्यादि कई तरह की फसलें उगा रहे हैं। इसके साथ ही साथ वह अपने घर में अनेक प्रकार के पौधे भी लगाते हैं और अपनी पौधों की कलेक्शन को बढ़ाना बेहद अधिक पसंद करते हैं। सर्वेश बताते हैं कि उनका सबसे पसंदीदा पौधा सकुलेंट है।

इस प्रकार आया यूट्यूब चैनल खोलने का ख्याल

सर्वेश बताते हैं कि वह एक बार सकुलेंट पौधे से जुड़ी जानकारियों को इंटरनेट पर ढूंढ रहे थे, परंतु उन्हें इसकी हिंदी में एक भी वीडियो उपलब्ध नहीं हुई और इसके बाद इन्होंने खुद इससे जुड़ी वीडियो को बनाने का फैसला किया।

और इस दौरान ही उन्होंने मोबाइल फोन से यूट्यूब पर एक चैनल बनाया जिसका नाम उन्होंने ” Tech Garden ” और इस युटुब चैनल में उन्होंने गार्डनिंग से जुड़ी सभी वीडियो को हिंदी में अपलोड करते हैं।

सर्वेश बताते हैं कि वर्ष 2017 में यूट्यूब पर हिंदी गार्डनिंग चैनल काफी कम थे परंतु अब तो कई सारे हिंदी गार्डनइन यूट्यूब चैनल उपलब्ध है परंतु पहले ऐसा नहीं था एवं पहले गार्डनिंग से जुड़ी जानकारी हमें यूट्यूब में हिंदी में जल्दी नहीं मिल पाती थी।

सर्वेश ने चार-पांच महीनों में 100 से अधिक वीडियो बनाकर अपने यूट्यूब चैनल पर डाल दिए थे और धीरे-धीरे उनके वीडियोस पर व्यूज की संख्या बढ़ती गई।

और इस दौरान काफी जल्दी उनका एक यूट्यूबर का ग्रुप भी बन गया। एवं अब उनका ग्रुप देश भर की अच्छी नर्सरीओं का दौरा करता है।

सर्वेश बताते हैं कि वह अक्सर दार्जिलिंग, नैनीताल और असम पर अच्छी नर्सरीओं को देखने के लिए जाते रहते हैं और वहां से अच्छे एवं अलग पौधे भी लेकर आते।

सर्वेश के पास लगभग 150 से अधिक अलग-अलग किस्म के पौधे हैं जिनमें से उनकी पसंदीदा पौधे सकुलेंट के 100 से अधिक किस्में है।

सर्वेश बताते हैं कि उन्होंने विदेश से भी कई पौधों की किस्म को मंगाया है उनका मानना है कि कपड़े कम होंगे तो भी चलेंगे परंतु जो पौधों पसंद आए वह अवश्य लेना चाहिए।

सर्वेश अपने यूट्यूब चैनल पर हर एक पौधे की वीडियो को विस्तारपूर्वक बनाकर उस पौधे से जुड़ी सभी जानकारियां देते हैं ताकि सभी लोगों को यह जानकारी प्राप्त हो सके।

फिलहाल सर्वेश कुमार सिंह आयुर्वेदिक पौधों पर काम कर रहे हैं और उनसे जुड़ी सभी जानकारी अपने यूट्यूब चैनल में डालते हैं और आयुर्वेदिक पौधों एवं पत्तों से जुड़ी सभी जानकारी अन्य लोगों को देने की कोशिश करते हैं।

सर्वेश बताते हैं कि उनकी नर्सरी का कार्य बढ़ता जा रहा है और उनका यूट्यूब चैनल से भी अच्छी कमाई हो जा रही है। उनकी बढ़ती तरक्की से उनके पिता खुश हो रहे हैं और इस दौरान सर्वेश बताते हैं कि वह अपनी नर्सरी का काम को अब और अधिक बढ़ा देंगे।

सर्वेश अपने यूट्यूब चैनल के द्वारा पेड़ पौधों की जानकारियों को देकर महीने का 40 से 50 हजार कमा ले रहे हैं। सर्वेश कुमार सिंह द्वारा किया गया अपनी इच्छा का काम करने का ढंग काफी अच्छा था और सर्वेश ने जिस प्रकार अपनी इच्छा को अपना बिजनेस बना दिया यह काफी प्रेरणादायक है।

लेखिका :अमरजीत कौर

यह भी पढ़ें :

झारखंड के हजारीबाग की किसान महिलाओं ने एफपीओ बनाके कर दिया कमाल, दो साल में ही बेच दी 2.5 करोड़ की सब्जियां