आज हम बात करने वाले हैं श्री नारायण के बारे में , जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि श्री नारायण ने एक प्राइवेट कंपनी से अपनी नौकरी की शुरुआत की थी परंतु नौकरी में मन ना लगने के कारण उन्होंने वर्ष 2004 में खेतों के लिए जैविक खाद बनाना शुरू कर दिया था , इस दौरान उन्होंने जैविक खाद बनाने के लिए अपने एक दोस्त से मात्र 25000 उधार लेकर इस कारोबार को शुरू किया था और महज दो महीने में ही इन्हें छह लाख का मुनाफा हुआ ।
कई लोगों का ऐसा मानना है कि गांव में रहकर मुनाफा नहीं कमाया जा सकता परंतु इस कथन को पूरा ही गलत साबित किया है संत कबीर नगर के रहने वाले श्री नारायण ने , श्री नारायण खेतों के लिए खाद बनाकर बिहार , यूपी सहित कई जिलों में निर्यात करते हैं , साथ ही साथ श्री नारायण कई लोगों के साथ मिलकर बेरोजगार लोगों को रोजगार देने का भी कार्य करते हैं , साथ ही साथ श्री नारायण मैं अपने जैविक खाद बनाने का कारोबार मात्र 25000 से शुरू किया था परंतु आज उनका कारोबार करोड़ों की हो गई है ।
25 हजार से शुरू किया था खाद बनाने का कार्य
जानकारी के लिए आप सभी को बता दें कि श्री नारायण ने एमएससी कृषि पशुपालन एवं दुग्ध विज्ञान के विषय में डिग्री हासिल की है , इसके बाद उन्होंने आगे एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करना शुरू कर दिया नौकरी के दौरान उनका मन नौकरी में ना लगने के कारण उन्होंने वर्ष 2004 में खेतों में जैविक खाद बनाने का कार्य करना शुरू कर दिया था , उन्होंने यह कार्य उधार के पैसों से शुरू किया था परंतु 2 महीनों में ही उनका मुनाफा 6 लाख हो गया था ।
इस कारण छोड़ दी थी नौकरी
श्री नारायण का कहना है कि उन्होंने अपनी प्राइवेट कंपनी में बतौर मैनेजर से लेकर एरिया मैनेजर तक का कार्य किया है कभी भी वह अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं थे इसीलिए उन्होंने नौकरी छोड़ने का निश्चय लिया था , एक दिन उन्होंने अपने गांव में गांव वासियों के लिए मेरा लगवाया था इस दौरान उन्होंने चर्चा के वक्त जैविक खाद आईडी के बारे में चर्चा की थी ।
श्री नारायण का कहना है कि कई लोगों का ऐसा मानना है कि खेती एवं अन्य कई प्रकार के कार्यों को कर कर आप मुनाफा नहीं कमा सकते परंतु अगर देखा जाए तो खेती से जुड़े हुए सभी कार्यों को कर कर काफी अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है साथ ही साथ कई लोगों का मानना तो ऐसा भी है कि गांव में रहकर करोड़ों का कारोबार नहीं किया जा सकता परंतु अगर देखा जाए तो गांव में ही आप करोड़ों का कारोबार स्थापित कर सकते हैं क्योंकि गांव में सभी संसाधनों की कमी होती है परंतु अगर आप संसाधन का उपयोग करके एक व्यवसाय शुरू करते हैं तो आप अन्य कई क्षेत्रों में अपने सामान को निर्यात करने में संभव हो पाएंगे ।
साथ ही साथ श्री नारायण कहते हैं कि जब मैं नौकरी में था तब मेरे आस-पास के लोगों ने कहा था कि नौकरी छोड़कर क्या आप खाद का बिजनेस शुरू कर रहे हैं इससे आपको कुछ मुनाफा नहीं होने वाले परंतु मैंने सभी की बातों को नजरअंदाज किया, और अपनी नौकरी को छोड़ कर अपने दोस्त से पैसों को उधार लेकर दूसरे कार्य में आगे बढ़ने का प्रयत्न किया इस दौरान मैंने सोचा कि आपका बिजनेस चलेगा या नहीं परंतु हार नहीं मानी और आगे बढ़ते रहो और महज 2 महीनों के अंदर ही मुझे इस खाद बनाने के बिजनेस से 6 लाख का मुनाफा हुआ था ।
साथ ही साथ श्री नारायण कहते हैं कि आज मैं घर से यह बात कह सकता हूं कि केवल नौकरी से ही मुनाफा नहीं कमाया जा सकता है गांव में रहकर बिजनेस शुरू कर के भी अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है और साथ ही साथ मुख्य रूप से युवाओं को इस बात को समझना चाहिए कि नौकरी से आपको केवल सीमित आई मिलती है परंतु अगर आप खुद का बिजनेस बनाते हैं तो सदैव ही आपको आपकी आय का साधन बढ़ाने के स्रोत नजर आते रहेंगे ।
लेखिका :अमरजीत कौर
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