अक्सर कई लोग सड़क के किनारे रहने वाले बच्चों को देखकर उनके भविष्य के लिए अधिक चिंता करते हैं परंतु कई बार ऐसा होता है कि वही सड़क के किनारे रहने वाले बच्चे अपनी मेहनत के बल पर आसमान की ऊंची ऊंचाइयों को छू लेते हैं।
इस तरह के लोग अपनी परिस्थितियों के साथ समझौता नहीं करते परंतु उन परिस्थितियों के साथ लड़ कर आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं।
आज की हमारी कहानी कुछ ऐसी ही है। हम बात करने जा रहे हैं कोल्हापुर की रहने वाली सोनाली वाघरी की , एवं सोनाली वाघरी कोल्हापुर में मेहंदी लगाने का कार्य करती हैं। और इस कार्य से वे 10 से 20 हजार कमा लेती हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि सोनाली इंस्टाग्राम पर भी उपलब्ध है , यह अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने मेहंदी डिजाइन की फोटो और वीडियो अपलोड करती हैं, सोनाली द्वारा अपलोड किए गए उनके मेहंदी डिजाइन लोगों द्वारा बेहद ही अधिक पसंद किए जा रहे हैं और दिन पर दिन सोनाली की फैन फॉलोइंग बढ़ती ही जा रही है।
खबरों से पता चला है कि सोनाली के पास ना केवल मेहंदी लगाने का हुनर है बल्कि इसके साथ ही साथ वह बहुत ही अधिक अच्छी अंग्रेजी भी बोल लेती है जबकि खबरों से हमें ऐसा पता चला है कि वह केवल सातवी पास है।
इसके अलावा सोनाली बातचीत के दौरान बताती हैं कि उन्हें भाषा सीखने का शौक था इसलिए उन्होंने खुद से ही अंग्रेजी भाषा बोलना सीख लिया।
इस दौरान सोनाली वाघरी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अंग्रेजी गानों में रील्स बनाती है और अपने जैसी महिलाओं को प्रेरणा भी देती हैं इसके साथ ही साथ इनके द्वारा बनाए गए रियस वीडियो लोगों द्वारा बेहद अधिक पसंद किए जा रहे हैं।
सोनाली वाघरी का कहना है कि मेहंदी लगाने का कार्य तो करती ही है साथ ही साथ अपने पति की आर्थिक रूप से मदद करने के लिए वह कपड़ों और आर्टिफिशियल ज्वेलरी का भी बिजनेस करती हैं ताकि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सके।
10 साल से काम कर रही है सोनाली वाघरी
सोनाली वाघरी बताती है कि मेरा जन्म मुंबई में हुआ है और मेरे चार भाई बहन हैं। सोनाली बताती है कि हमारे घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह अपनी पढ़ाई को पूरा नहीं कर पाई , इस दौरान सोनाली बताती है कि जब वे केवल 10 साल की थी तब वह जूही बीच पर मेहंदी लगाने का कार्य करती थी।
सोनाली बताती है कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई को जारी नहीं रखा और आर्थिक रूप से पिता की मदद करने के लिए वे अपनी बहनों के साथ जूही बीच पर ब्लॉक मेहंदी लगाने का कार्य करने लगी। सोनाली बताती है कि इस तरह हम कुछ करके घर की आर्थिक रूप से मदद कर पाते थे।
सोनाली बताती है कि जब मैं अपनी बहनों के साथ जूही बीच पर ब्लॉक मेहंदी का कार्य करने जाती थी। उस दौरान उन्हें अंग्रेजी भाषा बोलने का बहुत अधिक शौक था एवं उसी दौरान जूही बीच पर आने वाले विदेशियों से वे टूटी फूटी अंग्रेजी भाषा में बातचीत करती थी, परंतु कई लोग उन पर हंसते थे और कई उनकी अंग्रेजी भाषा सीखने की लगन को देखकर अच्छे से उन्हें अंग्रेजी बोलना भी सिखाते थे।
सोनाली बताती है कि मैंने जूही बीच पर मेहंदी ब्लाक लगाने का कार्य काफी समय तक किया। सोनाली बताती है कि मैंने लगभग 6 साल तक जूही बीच पर मेहंदी लगाने का काम किया था दौरान मैंने कई विदेशी ग्राहकों से विदेशी शब्द भी सीखे थे।
सोनाली बताती है कि इस प्रकार विदेशी भाषा का थोड़ा सा ज्ञान होने से हमें ग्राहकी करने में आसानी होती थी और इस दौरान वह बताती हैं कि मैंने डॉलर और पाउंड भी कमाए थे।
सोनाली बताती है कि उस वक्त मुझे कोन वाली कावेरी मेहंदी लगाने नहीं आती थी परंतु मैं उस वक्त यह जानती थी कि अगर मैं यह सीख लेती हूं तो इससे मुनाफा अधिक कमाया जा सकता है।
परंतु सोनाली कहती है कि ना तो उस समय हमारे पास कोई मोबाइल फोन था और ना ही किसी प्रकार के कोर्स करने के पैसे थे, परंतु सोनाली बताती है कि मैंने हिम्मत नहीं हारी और दूसरों को देख देख कर कोन वाली मेहंदी लगाने का प्रयास किया।
इस दौरान सोनाली बताती है कि मेरी उम्र 18 वर्ष हो गई और मेरे पिताजी ने मेरी शादी करवा दी उस दौरान मेरा काम बंद हो गया और मैं कोल्हापुर में रहने लगी।
मोबाइल फोन ने बदल दी सोनाली की जिंदगी
सोनाली बताती है कि मेरी जिंदगी में सबसे बड़ा बदलाव तब आया जब मेरे पति ने मुझे मोबाइल फोन लाकर दिया और उसे चलाने के सारे तरीके बताएं।
इस दौरान सोनाली कहती है कि मोबाइल फोन के जरिए में मेहंदी लगाने की वीडियो देखती थी और इस दौरान ही मैंने अपने बच्चों और घर की जिम्मेदारी को संभालते संभालते एक बार फिर से नए सिरे से काम शुरू करने का मन बनाया।
सोनाली बताती है कि फिर से काम को शुरू करने के लिए मेरे पति ने मुझे काफी अधिक प्रेरित किया और इस तरह ही मैंने हिम्मत जुटाकर धीरे-धीरे लोगों के साथ संपर्क किया और उन्हें मेहंदी लगाना शुरू किया।
सोनाली बताती है कि मैंने उस समय चल रहे टिकटोक ट्रेंड पर वीडियो बनाना भी शुरू किया। इस दौरान वे अंग्रेजी एवं हिंदी गानों पर लिप्सिंग करके वीडियो बनाती थी।
सोनाली बताती है कि अब वे जूही बीच नहीं जा पाती हैं और वह इंग्लिश भी नहीं सीख पाती है इस दौरान वे टिक टॉक वीडियो बनाकर इंग्लिश सीखने की कोशिश करती थी परंतु टिक टॉक के भारत में बंद हो जाने के बाद उन्होंने इंस्टाग्राम रिलस का सहारा लिया।
सोनाली कहती हैं कि उन्होंने इस वर्ष ही इंस्टाग्राम पर अपना अकाउंट बनाया और अपने अंग्रेजी बोलने वाले वीडियो इंस्टाग्राम पर डालने लगी, सभी लोगों द्वारा बेहद अधिक पसंद किए जाने लगे। सोनाली का कहना है कि उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 1 साल में 30 हजार से अधिक फॉलो वर्ष हो गए।
सोनाली बताती है कि इस दौरान मेरी एक वीडियो बॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की थी जिस दौरान वे पुरे सोशल मीडिया में फेमस हो गई।
हर कार्य में पति ने हमेशा दिया साथ
सोनाली बताती है कि मेरे ससुराल वाले थोड़ी छोटी सोच के थे इसीलिए मुझे घर पर घुंघट मैं रहना पड़ता था और मैं घर से बाहर जाकर काम भी करती थी इसलिए आसपास की औरतें मेरा मजाक बनाती थी परंतु मैंने इस बात की परवाह नहीं की और हमेशा हर काम को हिम्मत के साथ पूरा किया।
सोनाली बताती है कि भले ही मेरे ससुराल वाले जैसे भी हैं परंतु मेरे पति ने हमेशा ही मेरा साथ दिया सोनाली के पति दीपक वाघरी मसाले बेचने का बिजनेस करते हैं।
सोनाली के पति से बातचीत के दौरान पता चला कि उन्हें सोशल मीडिया काफी अजीब लगता है उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि सोशल मीडिया पर सोनाली इतनी अधिक मशहूर हो जाएगी।
सोनाली बताती है कि आज मैंने अपने कार्य के दौरान इतनी तरक्की कर ली है कि आज मुझे मेरी मेहंदी लगाने पर कई अवार्ड भी दिए जा चुके हैं और आश्चर्य की बात यह है कि मैंने कभी भी मेहंदी लगाना कहीं से नहीं सीखा केवल देख देख कर ही खुद से प्रयत्न किया और आज वे कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है।
आज सोनाली की कहानी से हमें यह पता चलता है कि अगर मन में कुछ करने की ठान लो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है हम हर काम को कर सकते हैं।
लेखिका : अमरजीत कौर
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