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एक लाख की बचत से शुरू किया बिजनेस

पति के छोड़ देने पर एक लाख की बचत से शुरू किया Business रोजाना कमाती है दस हजार रुपये

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जिंदगी में ups and downs होता रहता है, लेकिन बुरे वक्त के बाद अच्छा वक्त भी आता है, बस जरूरत होती है हिम्मत और धैर्य के साथ आगे बढ़ने की सेल जिंदगी की तब मुश्किलों को आसानी से पार पाया जा सकता है। ऐसे ही एक महिला है – शिल्पा, जो मैंगलोर कि एक महिला उद्यमी है।

जिंदगी में All challenges को पार पाते हुए आज वह लोगों के लिए प्रेरणा है। शिल्पा के पति ने 9 साल पहले उन्हें छोड़कर कहीं चले गए तो उनके पास बचत के रूप में सिर्फ एक लाख रुपये बैंक में थे और उससे उन्होंने एक बिजनेस शुरू किया, Food truck का और आज रोजाना दस हजार कमाती है।

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शिल्पा की यह कहानी फ़िल्मी लग सकती है लेकिन यह हकीकत है। यह कहानी है बेंगलुरु की रहने वाली शिल्पा की जो कि Food truck का संचालन करती है।

शिल्पा के सामने जिंदगी में दुख और चुनौतियां आई लेकिन Positivity के साथ उन्होंने उन सब का सामना किया और लोगों के सामने एक मिसाल खड़ी की कि Positivity रवैया से जिंदगी की हर मुश्किल से पार पाया जा सकता है।

शिल्पा के इस जुझारूपन की मिसाल Mahindra and Mahindra Company के मालिक आनंद महिंद्रा ने भी माना और उन्होंने ट्वीट करके मदद करने की बात कही।

 शिल्पा कहती हैं कि बचपन में उन्हें खाना बनाने का शौक था लेकिन उन्होंने कभी यह नही सोचा था कि वह इसे अपने business के रूप में आगे ले जायेंगी।

Food truck का व्यापार शिल्पा ने अपनी मर्जी से नहीं बल्कि मजबूरी की वजह से शुरू किया था। 2005 में शिल्प की शादी हुई और वह अपने पति के साथ मैंगलोर आई। शादी के 3 साल बाद 2008 में शिल्पा के पति उनसे यह कह कर कही चले गए कि वह बेंगलुरु व्यापार के लिए लोन के सिलसिले में जा रहे हैं और कुछ दिन में लौट आएंगे, लेकिन वह कभी लौटकर नहीं आए।

उस वक्त शिल्पा को 3 साल का बच्चा था और उसकी परवरिश और उसे एक पहचान दिलाने की जिम्मेदारी शिल्पा के ऊपर थी। शिल्पा को उस वक्त नहीं पता था कि वह क्या करें फिर उनके दिमाग में आया कि उनके पास जो पैसे अकाउंट में जमा है वह उससे कुछ कर सकती हैं।

शिल्पा के पास करीब एक लाख रुपये बैंक में जमा थे पर इतने पैसे में कोई दुकान नहीं खरीदी जा सकती थी और न ही किराए पर ज्यादा दिन तक कोई दुकान चलाई जा सकती थी। तब शिल्पा के दिमाग में food truck का आईडिया आया। शिल्पा घर के सामने के Mahindra Showroom था जब वह शोरूम गई तो उन्हें पता चला कि Finance के लिए भी एक लाख 18 हजार रुपये जमा करने होंगे।

वहीं अगर Second hand truck लेती तो उसमें पूरे पैसे जमा करने पड़ते हैं इसलिए शिल्पा ने फाइनल करने का विचार किया। उसके बाद शिल्पा को ‘महिला रोजगार उद्योग योजना’ के बारे में पता चला जहां से उन्होंने लोन लिया और उनके पास जो सोने के गहने थे उन्हें बेंच दिया और इस तरह उन्होंने पैसे इकट्ठा करके महिंद्र का ट्रक लेकर उसे फ़ूड गाड़ी में परिवर्तित करवाया और खाना बनाने के अन्य सामान खरीदें।

शिल्पा बताती हैं शुरुआत के दिनों में जब उन्होंने fod truck खोला था तब उन्हें 500 से 1000 रुपये प्रति दिन मिल जाते थे लेकिन आज उन्हें करीब 10,000 हर दिन मिल जाते हैं जिससे वह अपने बच्चे की पढ़ाई, अपने स्वास्थ्य, मां-बाप के स्वास्थ और अन्य दूसरे खर्चों पर खर्च करती हैं। उनका यह फूड ट्रक ‘हल्ली माने रोटीज‘ आज फेमस हो चुका है।

food truck

 शिल्पा बताती हैं कि जब Mahindra and Mahindra Company के मालिक Anand Mahindra ने उनकी कहानी से प्रभावित होकर ट्वीट किया और मदद करने का आश्वासन दिया तब वह सबसे ज्यादा खुश हुई थी। शिल्पा कहती हैं कि आनंद महिंद्रा के ट्वीट से उनके ग्राहकों में बहुत वृद्धि हो गई। कई सारे लोग मदद के लिए भी आगे आने लगे और उन्हें जिंदगी में उम्मीदें मिलने लगी।

 शिल्पा की जिंदगी सभी के लिए एक मिसाल है। उन्होंने जिंदगी में संघर्ष करते हुए फैसले लिए और अपने हौसले के दम पर यह साबित कर दिया कि मंजिल तब तक पाना मुमकिन है जब तक आपके पास दूर तक जाने का जज्बा है।

जिंदगी में एक ऐसा भी वक्त आया था जब शिल्पा ने खुद को खत्म करने के बारे में भी विचार किया था लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि उनके इस काम से दुनिया उन्हें कायर कहेगी और वह कायर नही बना जाती थी। पति को छोड़कर चले जाने के बाद उन्होंने स्वयं को एक मुकाम हासिल करने में लगा दिया।

शिल्पा का कहना है कि सभी के अंदर अपार शक्ति मौजूद होती है, जिसकी पहचान इंसान को खुद करनी होती है, जिसकी पहचान करके कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।

 

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